trendingNow12612964
Hindi News >>बिजनेस
Advertisement

न‍िवेश बढ़ाने के ल‍िए SEBI शुरू करेगी 250 रुपये वाली SIP! ऐसे लोगों को होगा फायदा

Mutual Fund: सेबी की तरफ से जारी कंसल्टेशन पेपर में कहा गया क‍ि इस कदम का मकसद वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना, लोगों में रेगुलर सेव‍िंग की आदत डालना और म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले नए निवेशकों को छोटी राशि से निवेश करने की सुविधा देना है.   

न‍िवेश बढ़ाने के ल‍िए SEBI शुरू करेगी 250 रुपये वाली SIP! ऐसे लोगों को होगा फायदा
Kriyanshu Saraswat|Updated: Jan 23, 2025, 07:29 AM IST
Share

Rs 250 SIP: अगर आप एसआईपी (SIP) के जर‍िये म्‍यूचुअल फंड में न‍िवेश करते हैं या करने का प्‍लान कर रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने सुझाव दिया है कि म्यूचुअल फंड कंपनियां 250 रुपये की छोटी राशि की सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) शुरू करें. इस प्रस्‍ताव को देने के पीछे का मकसद है क‍ि ज्‍यादा से ज्‍यादा लोग एसआईपी (SIP) के जर‍िये न‍िवेश कर सकें. सेबी ने इसे 'सैच्थित म्यूचुअल फंड प्रोडक्‍ट' (sachetised mutual fund product) नाम दिया है.

कम से कम पांच साल के लिए करना होगा निवेश

सेबी की तरफ से जारी कंसल्टेशन पेपर में कहा गया क‍ि इस कदम का मकसद वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना, लोगों में रेगुलर सेव‍िंग की आदत डालना और म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले नए निवेशकों को छोटी राशि से निवेश करने की सुविधा देना है. नियम के मुताबिक, एक निवेशक तीन अलग-अलग म्यूचुअल फंड कंपनियों में 250 रुपये वाले छोटी एसआईपी में छूट के साथ निवेश कर सकता है. इस योजना के तहत निवेशकों को कम से कम पांच साल के लिए निवेश करना होगा.

इस माध्‍यम से ही क‍िया जा सकता है न‍िवेश
यद‍ि कोई निवेशक अपना पैसा बीच में न‍िकालना चाहता है तो वह इनसे कभी भी अपना पैसा निकाल सकता है या इसमें निवेश रोक सकता है. इसके लिए कोई नियम नहीं है. इन योजनाओं में निवेश केवल नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस (NACH) और यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिये ही किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड कंपनियां केवल ऐसी योजनाओं में 250 रुपये वाली छोटी एसआईपी की पेशकश कर सकती हैं जिनमें निवेश का पैसा बढ़ता जाता है.

म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले लगातार बढ़ रहे
ये योजनाएं लोन, किसी विशेष क्षेत्र या विषय से संबंधित योजनाओं और इक्‍व‍िटी (शेयर) में स्मॉल-कैप और मिड-कैप योजनाओं के अलावा सभी प्रकार की हो सकती हैं. सेबी का कहना है कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन अभी भी बहुत से लोग म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं कर पाते. इसलिए, सेबी की कोश‍िश है क‍ि सभी लोगों को ग म्यूचुअल फंड में निवेश करने का मौका मिले.

म्यूचुअल फंड कंपनियों के साथ काम करने वाली दूसरी कंपनियां भी छोटी एसआईपी को बढ़ावा देने के लिए सहमत हैं. वे म्यूचुअल फंड कंपनियों को कुछ छूट देंगी ताकि उन्हें इन योजनाओं पर हुए खर्च की भरपाई जल्दी हो सके. डिस्ट्रीब्यूटर्स को म्यूचुअल फंड के बारे में न‍िवेशकों को जागरूक करने के लिए 500 रुपये देने का प्रस्ताव रखा गया है. सेबी की तरफ से प्रस्ताव पर 6 फरवरी तक राय मांगी गई है. 

Read More
{}{}