SLMG Beverages Investment Plan: देश में कोका-कोला (Coca-Cola) की बॉटलर कंपनी एसएलएमजी बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड (SLMG Beverages Pvt. Ltd) अपने बिजनेस का विस्तार करने का प्लान कर रही है. इसके लिए पांच साल के दौरान एक बिलियन डॉलर (करीब 8600 करोड़ रुपये) का निवेश किया जाएगा. यह निवेश एलएलएमजी को चलाने वाली लधानी फैमिली की तरफ से 2030 तक उत्तर प्रदेश और बिहार में किया जाएगा. इसके अलावा लधानी परिवार हॉस्पिटैलिटी (होटल) सेक्टर में भी करीब 3000 करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट करने का प्लान कर रहा है. एसएलएमजी (SLMG) की तरफ से नया प्लांट यूपी के बिजनौर या गोरखपुर में खोला जाएगा. इसको लेकर अंतिम फैसला जल्द किया जाएगा.
यूपी में एक और प्लांट खोलने का प्लान
SLMG बेवरेजेज के डिप्टी सीईओ राहुल कुमार ने बताया कि कंपनी की तरफ से यूपी में एक और प्लांट खोलने का प्लान किया जा रहा है. हालांकि यह किस जिले में होगा, इस पर ग्रुप की तरफ से अंतिम फैसला नहीं किया गया है. उन्होंने संभावना जताई कि नया प्लांट बिजनौर या गोरखपुर में से किसी एक जिले में शुरू किया जाएगा. मौजूदा समय में SLMG बेवरेजेज देश में कुल आठ प्लांट के जरिये कोका-कोला की बॉटलिंग करता है. इनमें से 7 यूनिट यूपी के बरेली, मथुरा, उन्नाव, सफेदाबाद, बाराबंकी, अमेठी और अयोध्या में हैं. एक यूनिट पटना में ऑपरेशनल है. फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में ग्रुप ने करीब 6,700 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया था. जिसे FY 2027 तक बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य है.
बक्सर प्लांट के 2026 तक शुरू होने की उम्मीद
उन्होंने बताया कि बिहार के बक्सर में बन रहा SLMG का नया प्लांट साल 2026 तक शुरू हो जाएगा. लधानी फैमिली की तरफ से किये जा रहे 8600 करोड़ रुपये के इनवेस्टमेंट का बड़ा हिस्सा (करीब तीन चौथाई) यूपी में निवेश किया जाएगा. उत्तर प्रदेश के अंदर बेवरेज सेगमेंट में एसएलएमजी का 50 प्रतिशत मार्केट शेयर है. उन्होंने बताया कि इस सेक्टर में रोजगार के ढेरो मौके हैं. प्लांट के अलावा ट्रांसपोर्टेशन, लॉजिस्टिक, वेयर हाउस से लेकर रिटेलर तक को रोजगार मिल रहा है. ग्रुप की तरफ से मौजूदा समय में डायरेक्ट और इनडायरेक्ट रूप से 60 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया जा रहा है.
अकेले यूपी में बेवरेजेज की 50 प्रतिशत खपत
SLMG बेवरेजेज में मैन्युफैक्चरिंग एक्सिलेंस के डायरेक्टर अशोक अथावसे ने बताया कि बाकी देशों के मुकाबले पेय पदार्थों से जुड़ी इंडस्ट्री भारत में तेजी से ग्रोथ कर रही है. पूरे देश में होने वाली खपत में से अकेला यूपी 50 प्रतिशत कंज्यूम कर जाता है. उन्होंने बताया कि बेवरेजेज इंडस्ट्री में जर्मनी की टेक्नोलॉजी को सबसे बेस्ट माना जाता है. अमेठी की त्रिशुंडी में बना SLMG का प्लांट पूरी तरह जर्मन टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है. कोरोना महामारी के दौरान कुछ मशीनों को चीन से मंगाया गया था. लेकिन अब मशीनों को जर्मनी और देश के अंदर से ही लिया जा रहा है. उन्होंने बताया एसएलएमजी कोका-कोला की ‘वर्ल्ड विदाउट वेस्ट’ पहल का हिस्सा है. कंपनी ने 100% ईपीआर (EPR) अनुपालन हासिल किया है और रिसाइकल्ड पीईटी का यूज करती है.
हर मिनट तैयार होती हैं 4600 बॉटल
SLMG का यूपी के अमेठी जिले में बना त्रिशुंडी प्लांट 30 एकड़ में फैला है. यह साउथ वेस्ट एशिया का सबसे आधुनिक और बड़ा प्लांट है. यह प्लांट करीब 700 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है. त्रिशुंडी प्लांट के वाइस प्रेसिडेंट (टेक्निकल) पंकज कपूर ने बताया कि यहां पर कोल्ड ड्रिंक तैयार करने से लेकर, बॉटल बनना, लेबलिंग और पैकेजिंग का काम आधुनिक मशीनों के जरिये ऑटोमेटिक किया जाता है. त्रिशुंडी में लगी मशीनों को जर्मनी से इम्पोर्ट किया गया है. उन्होंने बताया कि त्रिशुंडी प्लांट में एक मिनट के दौरान 4600 बॉटल तैयार की जाती है. महीने में 64 लाख केस (अलग-अलग साइज की बॉटल का बंच) तैयार किये जाते हैं. यहां पर 450 लोग सीधे तौर पर रोजगार से जुड़े हुए हैं. सीजन में दिहाड़ी पर अतिरिक्त रोजगार मुहैया कराया जाता है.