आज के डिजिटल दौर में आपकी ऑनलाइन मौजूदगी जितनी ताकतवर है, उतनी ही खतरनाक भी साबित हो सकती है. इसका ताजा उदाहरण एक ऐसी घटना है, जिसने नौकरी की दुनिया में खलबली मचा दी है. एक उम्मीदवार ने इंटरव्यू में शानदार प्रदर्शन कर लिया, कंपनी ने बजट से ऊपर जाकर ऑफर लेटर देने का फैसला भी कर लिया… लेकिन आखिरी वक्त पर एक सोशल मीडिया कमेंट ने उसके सपनों पर पानी फेर दिया.
मुंबई स्थित स्टार्टअप Jobbie के फाउंडर मोहम्मद अहमद भाटी ने हाल ही में अपने लिंक्डइन पोस्ट में इस घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि एक उम्मीदवार को सेलेक्ट कर लिया गया था और उसे शानदार सैलरी पैकेज देने का मन बना लिया गया था, लेकिन बैकग्राउंड चेक के दौरान सामने आया कि उसने हाल ही में सोशल मीडिया पर धार्मिक समुदायों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
भाटी ने लिखा, "हम उसके स्किल्स से बहुत प्रभावित थे. उसने न सिर्फ हमारी वेबसाइट पर अपना रिज्यूमे बनाया बल्कि हमारे प्रोडक्ट में सुधार के सुझाव भी दिए थे. लेकिन जब हमें उसकी ऑनलाइन एक्टिविटी के बारे में पता चला, तो हमें फैसला बदलना पड़ा. उन्होंने आगे लिखा, "टैलेंट आपको इंटरव्यू में पास कर सकता है, लेकिन आपके विचार और व्यवहार यह तय करते हैं कि आप कंपनी में टिकेंगे या नहीं. हमारे लिए इंसानियत और सम्मान सबसे जरूरी हैं."
दो पक्षों में बंटा सोशल मीडियो
हालांकि, यह पोस्ट वायरल होते ही सोशल मीडिया पर दो पक्ष बन गए. एक ओर जहां कुछ लोगों ने भाटी के फैसले को कंपनी की मजबूती और मूल्यों की जीत बताया, वहीं दूसरी ओर कई यूजर्स ने इसे "पब्लिसिटी स्टंट" करार दिया. कुछ यूजर्स ने पूछा कि अगर यह इतना जरूरी था, तो यह बैकग्राउंड चेक इंटरव्यू से पहले क्यों नहीं किया गया?" जबकि कुछ लोगों ने इसे वर्कप्लेस कैंसल कल्चर का खतरनाक उदाहरण बताया.