मंगलवार का कारोबारी सत्र भारतीय शेयर बाजार के लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा. जहां एक ओर लार्जकैप शेयरों ने मजबूती दिखाने की कोशिश की, वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली. दिन के अंत तक प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 13.53 अंक या 0.02% की गिरावट के साथ 82,186.81 पर और निफ्टी 29.90 अंक या 0.12% की कमजोरी के साथ 25,060.90 पर बंद हुआ.
बाजार का असली दबाव मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में दिखा. निफ्टी मिडकैप 100 में 364.95 अंक यानी 0.61% की गिरावट आई और यह 59,103.40 पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 64.95 अंक या 0.34% टूटकर 18,893.35 पर बंद हुआ. इससे यह साफ है कि छोटे निवेशक और रिटेल इन्वेस्टर्स फिलहाल असमंजस की स्थिति में हैं.
सेक्टोरल परफॉर्मेंस
ज्यादातर सेक्टर लाल निशान में बंद हुए. ऑटो, आईटी, फार्मा, मेटल, रियल्टी, एफएमसीजी, एनर्जी और पीएसयू बैंक जैसे सेक्टर्स में बिकवाली देखने को मिली. केवल फाइनेंशियल सर्विसेज और कंजप्शन इंडेक्स ही हरे निशान में बंद होने में सफल रहे.
कौन बने टॉप गेनर्स और लूजर्स?
जोमैटो, टाइटन, बीईएल, मारुति सुजुकी, आईसीआईसीआई बैंक, एचयूएल जैसे शेयरों ने बाजार को कुछ हद तक संभाले रखा. वहीं टाटा मोटर्स, एसबीआई, रिलायंस, एलएंडटी, आईटीसी और अल्ट्राटेक सीमेंट में गिरावट देखने को मिली और ये टॉप लूजर्स की लिस्ट में रहे.
इन्वेस्टर्स के लिए क्या संकेत?
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के विनोद नायर के अनुसार, बाजार की चाल अब पूरी तरह Q1 रिजल्ट्स और अमेरिकी व्यापार समझौते की दिशा पर निर्भर करेगी. विदेशी इन्वेस्टर्स की मुनाफावसूली से बाजार पर दबाव है, जबकि घरेलू इन्वेस्टर्स का सपोर्ट कुछ राहत जरूर दे सकता है.
आगे क्या करें इन्वेस्टर्स ?
विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि इन्वेस्टर फिलहाल बड़ी घोषणाओं और तिमाही परिणामों का इंतजार करें और जल्दबाजी में किसी भी शेयर में एंट्री से बचें. ब्लूचिप और मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक्स में ही निवेश करें, क्योंकि अस्थिरता अभी बनी रह सकती है.
Disclaimer: ज़ी न्यूज किसी भी तरह के निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से जरूर सलाह लें.
F&Q
1. प्रश्न- भारतीय स्टॉक मार्केट क्या है और यह कैसे काम करता है?
जवाब- भारतीय स्टॉक मार्केट एक ऐसा मंच है जहां कंपनियों के शेयर (स्टॉक्स) खरीदे और बेचे जाते हैं. यह मुख्य रूप से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के जरिए ऑपरेट होता है. यहां इन्वेस्टर्स कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदते हैं और शेयर की कीमत सप्लाई-डिमांड के आधार पर तय होती है. सेबी (SEBI) इसकी निगरानी करता है.
2. प्रश्न- स्टॉक मार्केट में निवेश शुरू करने के लिए क्या चाहिए?
जवाब- निवेश शुरू करने के लिए आपको एक डीमैट खाता और ट्रेडिंग खाता खोलना होगा, जो किसी रजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर के जरिए मिलता है. इसके अलावा, पैन कार्ड, आधार कार्ड और बैंक स्टेटमेंट की जरूरत होती है. KYC प्रक्रिया पूरी करने के बाद आप शेयर खरीदना शुरू कर सकते हैं.
3. प्रश्न- भारत में स्टॉक मार्केट का समय क्या है?
जवाब- भारतीय स्टॉक मार्केट सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 9:15 बजे से शाम 3:30 बजे तक खुला रहता है (भारतीय मानक समय, IST)। इसके पहले 9:00 से 9:15 बजे तक प्री-ओपनिंग सेशन होता है, और ट्रेडिंग के बाद पोस्ट-क्लोजिंग सेशन भी होता है. वीकेंड और राष्ट्रीय अवकाशों पर बाजार बंद रहता है.
4. प्रश्न- निवेश के लिए सेंसेक्स और निफ्टी क्या हैं?
जवाब- सेंसेक्स (BSE Sensex) और निफ्टी (Nifty 50) भारत के प्रमुख स्टॉक इंडेक्स हैं. सेंसेक्स में BSE पर लिस्टेड 30 बड़ी कंपनियों के शेयर शामिल हैं, जबकि निफ्टी में NSE पर 50 टॉप कंपनियों के शेयर होते हैं. ये इंडेक्स बाजार की समग्र दिशा और प्रदर्शन को दर्शाते हैं.
5. प्रश्न- स्टॉक मार्केट में निवेश से खतरा क्या है?
जवाब- स्टॉक मार्केट में निवेश से हाई रिटर्न की संभावना होती है, लेकिन यह जोखिम भरा भी है. शेयर की कीमतें बाजार की स्थिति, आर्थिक बदलाव और कंपनी के प्रदर्शन के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं. लंबी अवधि के निवेश से खतरा कम हो सकता है, लेकिन छोटी अवधि में नुकसान का खतरा रहता है.