टेक इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) एक बार फिर बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी कर रही है. सिएटल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट इस बार करीब 4% कर्मचारियों की कटौती करने जा रही है, जो कि संख्या में लगभग 9,100 कर्मचारियों के बराबर है. यह कंपनी की 2023 के बाद सबसे बड़ी छंटनी बताई जा रही है. माइक्रोसॉफ्ट ने जून 2024 तक दुनिया भर में करीब 2,28,000 कर्मचारियों को रोजगार दे रखा था. हालांकि, छंटनी को लेकर कंपनी ने रॉयटर्स की ओर से पूछे गए सवालों का तत्काल जवाब नहीं दिया है.
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस छंटनी का सबसे ज्यादा असर सेल्स (बिक्री) विभाग पर पड़ने वाला है. कंपनी पहले ही मई 2025 में करीब 6,000 कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी है और अब जुलाई में एक और बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है.नमाना जा रहा है कि कंपनी अपने ऑपरेशंस को स्ट्रीमलाइन करने और खर्चों में कटौती के मकसद से यह फैसला ले रही है.
क्यों हो रही हैं छंटनियां?
माइक्रोसॉफ्ट अकेली कंपनी नहीं है जो कर्मचारियों की संख्या घटा रही है. कॉरपोरेट अमेरिका में आर्थिक अनिश्चितताओं और मंदी की आशंका के चलते कई बड़े कॉर्पोरेट्स विभिन्न सेक्टर्स में छंटनी कर रहे हैं. कंपनियां AI और ऑटोमेशन जैसे नए तकनीकी मॉडल को अपनाकर अपने खर्च घटा रही हैं और पुराने ढांचे में बदलाव कर रही हैं.
कर्मचारियों में बढ़ी बेचैनी
इस छंटनी के चलते माइक्रोसॉफ्ट के हजारों कर्मचारियों के सिर पर अनिश्चितता का साया मंडरा रहा है. जिन विभागों में पहले ही संसाधन सीमित थे, वहां कर्मचारियों को अपनी नौकरी को लेकर चिंता सताने लगी है. इस छंटनी से प्रभावित होने वाले कर्मचारियों के लिए यह एक मुश्किल दौर हो सकता है. माइक्रोसॉफ्ट ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि किन विभागों या क्षेत्रों में कटौती होगी, लेकिन बिक्री और संबंधित क्षेत्रों पर इसका सबसे ज्यादा असर होने की संभावना है. इस कदम से कंपनी की भविष्य की रणनीति और कर्मचारी मनोबल पर भी प्रभाव पड़ सकता है.