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रेपो रेट कटौती के ऐलान के बाद इस EV कंपनी के शेयर में उछाल, 5 साल में दिया 15500% से ज्यादा रिटर्न

Mercury EV-Tech Share Price: Mercury EV-Tech का शेयर 1.53% की तेजी के साथ 59.70 रुपये पर कारोबार कर रहा है. हाल के दिनों में आई तेज गिरावट के बावजूद इस स्मॉल-कैप स्टॉक ने पिछले 5 वर्षों में 15600% से ज्यादा का रिटर्न दिया है. 

रेपो रेट कटौती के ऐलान के बाद इस EV कंपनी के शेयर में उछाल, 5 साल में दिया 15500% से ज्यादा रिटर्न
Sudeep Kumar|Updated: Jun 06, 2025, 03:37 PM IST
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Share Market: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में भारी कटौती के ऐलान के बाद मल्टीबैगर स्मॉल-कैप स्टॉक Mercury EV-Tech में तेजी दर्ज की गई. RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​ने रेपो रेट में 50 आधार अंकों की बड़ी कटौती करते हुए इसे 6 प्रतिशत से 5.5 प्रतिशत कर दिया है. इसके अलावा CRR में 100 आधार अंकों की कटौती के बाद इसे 4 प्रतिशत से 3 प्रतिशत करने की घोषणा की गई. RBI के इस फैसले के तुरंत बाद सेंसेक्स 800 अंकों तक चढ़ गया, जबकि निफ्टी 25000 अंक को पार कर गया. 

RBI के इस फैसले के अलावा मर्करी EV-टेक लिमिटेड द्वारा एक बिजनेस अपडेट की वजह से भी कंपनी के शेयरों में यह तेजी दर्ज की गई है. कंपनी ने गुरुवार को जानकारी दी है कि मर्करी ईवी-टेक ने भावनगर, गुजरात में स्थित एक नए शोरूम का उद्घाटन किया है.

5 साल में 15600% रिटर्न

इससे पहले हाल ही में कंपनी ने वडोदरा में 3.2 गीगावाट बैटरी निर्माण सुविधा की घोषणा की थी. कंपनी ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी पावरमेट्ज़ एनर्जी के माध्यम से इस लिथियम-आयन बैटरी निर्माण सुविधा शुरू करने की घोषणा की थी.

इसके अलावा मर्करी EV-टेक लिमिटेड के पास एक्सटेंसिव रेंज में केमिकल डेवलप और प्रोड्यूस करने के लिए बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है. शुक्रवार को Mercury EV-Tech का शेयर 1.53% की तेजी के साथ 59.70 रुपये पर कारोबार कर रहा है. हाल के दिनों में आई तेज गिरावट के बावजूद इस स्मॉल-कैप स्टॉक ने पिछले 5 वर्षों में 15600% से ज्यादा का रिटर्न दिया है. 

रेपो रेट में 50 आधार अंकों की कटौती

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​ने शुक्रवार को अर्थव्यवस्था में वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए रेपो रेट में 50 आधार अंकों की बड़ी कटौती कर इसे 6 प्रतिशत से 5.5 प्रतिशत करने की घोषणा की. केंद्रीय बैंक के इस कदम से बैंकिंग सिस्टम में 2.5 लाख करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे लिक्विडिटी बढ़ेगी और क्रेडिट फ्लो को सपोर्ट मिलेगा.

कम नीतिगत दर से बैंक ऋणों पर ब्याज दर में कमी आती है, जिससे उपभोक्ताओं के साथ-साथ व्यवसायों के लिए भी उधार लेना आसान हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था में अधिक खपत और निवेश होता है और उच्च विकास सुनिश्चित होता है.

डिस्क्लेमरः (ज़ी न्यूज किसी भी तरह के निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से जरूर सलाह लें.)

 

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