trendingNow12788751
Hindi News >>बिजनेस
Advertisement

Upcoming IPO: गुलजार होगा आईपीओ बाजार,72 कंपनियां बाजार में देंगी दस्तक, दांव पर होंगे ₹1.4 लाख करोड़

कई महीनों तक सुस्त प्रदर्शन के बाद आईपीओ बाजार में फिर से हलचल देखने को मिल सकती है और करीब 1.4 लाख करोड़ रुपए के पब्लिक इश्यू आने वाले समय में आ सकते हैं.

 Upcoming IPO: गुलजार होगा आईपीओ बाजार,72 कंपनियां बाजार में देंगी दस्तक, दांव पर होंगे ₹1.4 लाख करोड़
Bavita Jha |Updated: Jun 05, 2025, 07:49 PM IST
Share

IPO: कई महीनों तक सुस्त प्रदर्शन के बाद आईपीओ बाजार में फिर से हलचल देखने को मिल सकती है और करीब 1.4 लाख करोड़ रुपए के पब्लिक इश्यू आने वाले समय में आ सकते हैं. प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 1.4 लाख करोड़ रुपए की वैल्यू के 72 कंपनियों के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) को मंजूरी दे दी है. 

इसके अतिरिक्त करीब 68 अन्य कंपनियां आईपीओ के जरिए करीब 95,000 करोड़ रुपए जुटाने के लिए सेबी की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं. दोनों आंकड़ों को मिला दिया जाए तो कुल मिलाकर आने वाले महीनों में 140 कंपनियां 2.35 लाख करोड़ रुपए आईपीओ के जरिए जुटा सकती हैं. बीते कुछ महीनों में बाजार के उतार-चढ़ाव और कुछ बड़े पब्लिक इश्यू की निराशाजनक लिस्टिंग के कारण आईपीओ बाजार में मंदी देखी गई.  उदाहरण के लिए एथर एनर्जी की लिस्टिंग सिर्फ 2.18 प्रतिशत ऊपर हुई थी, जबकि एजिस वोपैक और श्लॉस बैंगलोर दोनों की लिस्टिंग 6 प्रतिशत नीचे हुई थी. वहीं, स्कोडा ट्यूब्स की लिस्टिंग सपाट हुई थी. सेबी की वेबसाइट पर दिए डेटा के मुताबिक, इस साल के पहले पांच महीनों (जनवरी-मई) में पब्लिक इश्यू लाने के लिए करीब 90 कंपनियों ने नियामक के पास ड्राफ्ट पेपर जमा कराए हैं. 

आईपीओ के हिसाब से 2025 के पहले पांच महीने काफी कमजोर रहे हैं. 1 जनवरी से 5 जून तक मेनबोर्ड सेगमेंट में 16 कंपनियों की लिस्टिंग हुई है, जबकि पिछले साल समान अवधि में यह आंकड़ा 25 से भी अधिक था. अमेरिका की ओर से टैरिफ लगाए जाने और वैश्विक अस्थिरता के चलते भारतीय शेयर बाजार में 2025 में अब तक उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिला है. आईपीओ बाजार के खराब प्रदर्शन की वजह शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव रहना है. बीते छह महीनों में निफ्टी करीब सपाट रहा है। वहीं, पिछले एक महीने में करीब एक प्रतिशत का रिटर्न दिया है. आईएएनएस

Read More
{}{}