Walmart Vriddhi Programme: अमेरिकी रिटेल चेन कंपनी वॉलमार्ट की तरफ से ऐलान किया गया कि वह अपने वृद्धि कार्यक्रम (Walmart Vriddhi) के तहत अगले तीन साल में देश में एक लाख और MSME को जोड़ेगा. कंपनी के इस कदम से छोटे बिजनेस को नेशनल और इंटरनेशनल मार्केट तक पहुंचने में मदद मिलेगी. वॉलमार्ट वृद्धि कार्यक्रम को 2019 में शुरू किया गया था. अब तक इसके तहत 70,000 से ज्यादा MSME को ट्रेनिंग दी जा चुकी है. कंपनी ने इसके लिए आइडियाज टू इम्पैक्ट फाउंडेशन (i2i) के साथ करार किया है.
सालाना 10 अरब डॉलर के एक्सपोर्ट का टारगेट
इस करार से वॉलमार्ट की ग्लोबल सप्लाई चेन और फ्लिपकार्ट की ई-कॉमर्स का फायदा MSME को मिलेगा. वॉलमार्ट इंटरनेशनल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (सप्लायर डेवलपमेंट) जेसन फ्रेमस्टेड ने कहा कि हम अगले तीन साल में एक लाख MSME को सशक्त बनाने के लिए काफी उत्सुक हैं. वॉलमार्ट ने साल 2027 तक देश से हर साल 10 अरब डॉलर के सामान का एक्सपोर्ट करने का टारगेट रखा है. पिछले दो दशक में कंपनी ने देश से 30 अरब डॉलर से ज्यादा का सामान खरीदा है.
इंटरनेशनल मार्केट तक पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी
वॉलमार्ट के वृद्धि कार्यक्रम के जरिये भारतीय MSME को प्रोफेशनल स्किल और मार्केट तक पहुंच मिल रही है, जिससे वे अपने बिजनेस को बढ़ा रहे हैं और देश की इकोनॉमिक ग्रोथ में योगदान दे रहे हैं. फ्रेमस्टेड ने कहा कि वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट के मार्केटप्लेस के जरिये MSME को नेशनल और इंटरनेशनल मार्केट तक पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी. इसके अलावा नए टीचिंग टूल्स भी पेश किये जा रहे हैं, जो छोटे कारोबारियों को निर्यात, स्थिरता और दृश्य विकास में मदद करेंगे.
फ्लिपकार्ट ग्रुप के चीफ कॉर्पोरेट ऑफिसर रजनीश कुमार ने बताया कि MSME फ्लिपकार्ट के लिए अहम है. कंपनी ने 'समर्थ' नाम से एक पहल शुरू की है, जो भारतीय कारीगरों, बुनकरों और लघु उद्यमों को अपने प्रोडक्ट को ग्राहकों तक पहुंचाने का प्लेटफॉर्म देती है. फ्लिपकार्ट ऐप पर एक स्पेशल पेज बनाया गया है, जहां कस्टमर कारीगरों और बुनकरों के प्रोडक्ट देख और खरीद सकते हैं.
वॉलमार्ट पिछले 25 साल से देश में काम कर रहा है. कंपनी ने पिछले कुछ सालों में खिलौने, जूते, साइकिल, दवाइयां और हेल्थ प्रोडक्ट जैसे कई नए प्रोडक्ट की खरीद शुरू की है. वृद्धि और समर्थ जैसे कार्यक्रमों के जरिये वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट देश की डिजिटल इकोनॉमी को बढ़ाने में सपोर्ट कर रहे हैं.