trendingNow12662270
Hindi News >>बिजनेस
Advertisement

5 महीने के लिए बंद रहेगा दिल्ली एयरपोर्ट का यह टर्मिनल, जानिए क्या कुछ होने जा रहा है बदलाव

Delhi Airport Latest News: दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के अनुसार, दिल्ली एयरपोर्ट हर दिन लगभग 1,300 उड़ानों को हैंडल करता है. T1 की सालाना क्षमता 40 मिलियन तो T2 की 15 मिलियन क्षमता है. वहीं, T3 45 मिलियन यात्रियों को संभाल रहा है.

5 महीने के लिए बंद रहेगा दिल्ली एयरपोर्ट का यह टर्मिनल, जानिए क्या कुछ होने जा रहा है बदलाव
Updated: Feb 26, 2025, 09:11 PM IST
Share

Delhi Airport: अगर आप दिल्ली हवाई अड्डे से सफर करते हैं तो आपके लिए यह खबर जरूरी है. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGIA) पर बड़े स्तर पर अपग्रेडेशन का काम होने जा रहा है. इस वजह से टर्मिनल 2 (T2) को अप्रैल से अस्थायी रूप से 4-5 महीने के लिए बंद किया जाएगा, ताकि एयरपोर्ट के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाया जा सके. 

इसके अलावा, इस दौरान एक रनवे को भी अपग्रेड किया जाएगा. रनवे को ILS (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) अपग्रेड किया जाएगा, जिससे यह CAT III B कॉम्प्लायंट बन जाएगा. इसका मतलब यह है कि घने कोहरे या कम विजिबिलिटी में भी उड़ानें सुचारू रूप से संचालित की जा सकेंगी. दिल्ली एयरपोर्ट पर सर्दियों में कोहरे के कारण अक्सर फ्लाइट ऑपरेशन प्रभावित होता है, लेकिन इस अपग्रेड के बाद यात्रियों को इस समस्या से राहत मिलेगी.

दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) के सीईओ विदेह कुमार ने बताया कि टर्मिनल 1 (T1) का रिनोवेशन कार्य 15 मार्च  तक पूरा होने की उम्मीद है और आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद इसे फिर से चालू कर दिया जाएगा. वहीं, T2 का संचालन अस्थायी रूप से बंद रहेगा. इस दौरान टी2 की यात्री क्षमता (लगभग 15 मिलियन) को T1 में शिफ्ट किया जाएगा.

एयरपोर्ट को एविएशन हब बनाने की योजना

विदेह कुमार ने आगे बताया कि DIAL का लक्ष्य दिल्ली एयरपोर्ट को एक एविएशन हब के रूप में विकसित करना है. इसके लिए साल 2025 तक चार 'स्लॉट बैंक' तैयार करने की योजना है. स्लॉट बैंक का मतलब है कि एक खास समय के भीतर फ्लाइट्स की बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना. इससे यात्रियों को ट्रांजिट फ्लाइट पकड़ने में आसानी होगी और फ्लाइट संचालन भी ज्यादा सुचारू रूप से हो सकेगा.

बढ़ते हवाई यातायात को देखते हुए T3 टर्मिनल के एक हिस्से को पूरी तरह इंटरनेशनल उड़ानों के लिए बदलने की योजना बनाई गई है. फिलहाल, इस सेक्शन का उपयोग डोमेस्टिक ऑपरेशंस के लिए किया जाता है.

दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के अनुसार, दिल्ली एयरपोर्ट हर दिन लगभग 1,300 उड़ानों को हैंडल करता है. T1 की सालाना क्षमता 40 मिलियन तो T2 की 15 मिलियन क्षमता है. वहीं, T3 को 34 मिलियन इंटरनेशनल यात्रियों के लिए डिजाइन किया गया था, लेकिन वर्तमान में यह 45 मिलियन यात्रियों को संभाल रहा है.

इंटरनेशनल यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ोतरी

DIAL के CEO विदेह कुमार ने बताया कि इंटरनेशनल यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. हर दिन करीब 67,000-68,000 इंटरनेशनल यात्रियों की आवाजाही होती है, जो सालाना लगभग 24 मिलियन के बराबर होती है. लेकिन T3 की मौजूदा क्षमता केवल 20 मिलियन इंटरनेशनल यात्रियों की है, इसलिए T3 के 'Pier C' सेक्शन को इंटरनेशनल टर्मिनल में बदलने का फैसला लिया गया है. इससे इंटरनेशनल यात्री क्षमता बढ़कर 32 मिलियन हो जाएगी और अगले 4-5 वर्षों तक ट्रैफिक बढ़ने की चुनौती को संभाला जा सकेगा.

Read More
{}{}