Share Market Crash: ईरान-इजरायल की जंग के बीच अमेरिका के कूदने के बाद से स्थिति और बिगड़ गई है. ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के हमले के बाद हालात और बिगड़ गए हैं. ईरान ने हॉर्मुज जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) को बंद करने की बात कही है. इस स्टेट से होकर दुनियाभर में क्रूड की सप्लाई होती है. यदि इसे बंद किया गया तो ग्लोबल सप्लाई चेन बिगड़ जाएगा. जंग की वजह से बिगड़े हालातों का असर आज बाजार पर दिखा. न सिर्फ एशियाई शेयर बाजार बल्कि भारतीय शेयर बाजार धड़ाम हो गया.
क्रैश हुआ भारत का शेयर बाजार
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली. खुलने के साथ ही सेंसेक्स और निफ्टी50 दोनों गिर गए. सुबह 9:40 बजे बीएसई सेंसेक्स 808 अंक लुढ़कर 81,599 पर पहुंच गया. निफ्टी 217 अंक गिरकर 24,895 पर आ गया. ईरान पर अमेरिका की हमले के चलते निवेशकों में डर का माहौल है. क्रूड ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी ने बाजार के सेंटीमेंट को बिगाड़ दिया. एशियाई बाजार के दवाब में भारत का शेयर बाजार भी लाल हो गया. अमेरिकी हमले के बाद ईरान की ओर से हॉर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने की आशंका बढ़ गई है. ये फैक्ट्स भारतीय शेयर बाजार को संकट में डाल रहे हैं. बाजार क्रैश होने के चलते बीएशई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 448 लाख करोड़ रुपये से घटकर 775 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. सिर्फ 15 मिनट में निवेशकों को 3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
बाजार पर भारी दवाब
भले ही ईरान की तीन परमाणु सुविधाओं पर अमेरिकी बमबारी ने संकट को बढ़ा दिया है, लेकिन बाजार पर इसका प्रभाव सीमित रहने की संभावना है. अब अनिश्चित कारक ईरानी प्रतिक्रिया की प्रकृति और उसका समय है. जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, अगर ईरान अमेरिकी रक्षा सुविधाओं को निशाना बनाता है, उन्हें नुकसान पहुंचाता है या अमेरिकी सैन्य कर्मियों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है, तो अमेरिका की प्रतिक्रिया बहुत बड़ी हो सकती है और इससे संकट और बढ़ सकता है. लेकिन बाजार का आकलन है कि ईरान, अमेरिका और इजरायल के खिलाफ जो कुछ भी कर सकता है उसको लेकर कुछ सीमाएं हैं.
आज के टॉप गेनर्स और लूजर्स
इस बीच, सेंसेक्स पैक में इंफोसिस, एचसीएल टेक, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, इटरनल, टीसीएस, एशियन पेंट्स, पावर ग्रिड, रिलायंस, आईटीसी टॉप लूजर्स रहे. वहीं, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), भारती एयरटेल और ट्रेंट टॉप गेनर्स रहे. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 20 जून को लगातार चौथे दिन अपनी खरीदारी जारी रखी और 7,940.70 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे. दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने उसी दिन 3,049.88 करोड़ रुपए के शेयर बेचे.