trendingNow12811831
Hindi News >>बिजनेस
Advertisement

ये क्या हुआ? अचानक मुस्लिम देशों में मची भारत पैसा भेजने की होड़, बैंकों में धड़ाधड़ आ रही विदेशी करंसी, जानें वजह

Indians In UAE Saudi Arabia: खाड़ी देशों के करेंसी एक्सचेंज हाउसों का कहना है कि 19 जून से AED से INR में लेनदेन तेजी से बढ़े हैं. इंडस्ट्री के अधिकारियों के मुताबिक, जिनके पास भी थोड़ा बहुत एक्स्ट्रा पैसा है, वे तुरंत भारत भेज रहे हैं. 

ये क्या हुआ? अचानक मुस्लिम देशों में मची भारत पैसा भेजने की होड़, बैंकों में धड़ाधड़ आ रही विदेशी करंसी, जानें वजह
Sudeep Kumar|Updated: Jun 22, 2025, 07:15 PM IST
Share

India UAE Trade: संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और सऊदी अरब में रहने वाले भारतीयों के बीच इन दिनों भारत में पैसा भेजने की होड़ सी मच गई है. दरअसल, भारतीय रुपया की कीमत यूएई दिरहम के मुकाबले गिरकर ₹23.5 प्रति दिरहम तक पहुंच गई है. इस मद्देनजर NRI इसका फायदा उठाकर ज्यादा से ज्यादा रकम भारत भेजना चाह रहे हैं. 

गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रुपया जब से गिरकर ₹23.5 प्रति दिरहम के आसपास पहुंचा है, तब से रेमिटेंस यानी विदेश से भारत भेजे जा रहे पैसों में तेज उछाल आया है. इससे वे कम रुपये में ज्यादा दिरहम भेज पा रहे हैं, जिससे भारत में उनके परिवारों को ज्यादा पैसे मिलेंगे. यह दर अप्रैल की शुरुआत के बाद से सबसे कमजोर है. इस वजह से खाड़ी देशों, खासकर यूएई और सऊदी अरब में रहने वाले भारतीय तेजी से भारत पैसे भेज रहे हैं.

क्यों बढ़ी मनी ट्रांसफर की रफ्तार?

खाड़ी देशों के करेंसी एक्सचेंज हाउसों का कहना है कि 19 जून से AED से INR में लेनदेन तेजी से बढ़े हैं. इंडस्ट्री के अधिकारियों के मुताबिक, जिनके पास भी थोड़ा बहुत एक्स्ट्रा पैसा है, वे तुरंत भारत भेज रहे हैं. UAE के एक एक्सचेंज हाउस के सीनियर अधिकारी ने गल्फ न्यूज से कहा, "हाल के हफ्तों में AED-INR रेमिटेंस के लिहाज से सबसे अच्छा दिन रहा. भले ही कुछ समय के लिए रुपये की कीमत बढ़कर 23.46 रुपये हुई, फिर भी ज्यादातर लोगों ने पैसे भेजने का सिलसिला जारी रखा."

गर्मी की छुट्टियों के बावजूद पैसे भेजने में तेजी

आमतौर पर जून महीने में प्रवासी भारतीय छुट्टियों और ट्रैवल खर्चों की वजह से भारत पैसे कम भेजते हैं. लेकिन इस बार गिरते हुए रुपये के चलते ट्रेंड बदला है. मनी एक्सचेंज हाउसों के मुताबिक, वीकेंड में भी रेमिटेंस की रफ्तार बनी रही और उम्मीद है कि यह सोमवार तक जारी रहेगी. एक्सपर्ट का मानना है कि अगर जुलाई में भी रुपये की यही स्थिति बनी रहती है या वह और कमजोर होता है, तो यह प्रवासी भारतीयों के लिए डबल फायदा होगा. 

Read More
{}{}