trendingNow12809283
Hindi News >>बिजनेस
Advertisement

ईरान-इजरायल जंग के बीच झूमा शेयर बाजार, सेंसेक्स में 1050 अंकों की बंपर उछाल, तेजी की ये है वजह

Share Market: BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप पिछले कारोबारी सत्र के लगभग 443 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 447 लाख करोड़ रुपये हो गया. यानी एक दिन में निवेशकों की संपत्ति में 4 लाख करोड़ का इजाफा हुआ. 

ईरान-इजरायल जंग के बीच झूमा शेयर बाजार, सेंसेक्स में 1050 अंकों की बंपर उछाल, तेजी की ये है वजह
Sudeep Kumar|Updated: Jun 20, 2025, 03:58 PM IST
Share

Indian Stock Market: भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में बंपर तेजी के साथ बंद हुआ.  सेंसेक्स 1046 .30 अकों की तेजी के साथ 82408.17 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी फिफ्टी भी 319.15 अंकों की बंपर तेजी के साथ 25,112.40 अंकों पर बंद हुआ. सुबह करीब 9.25 बजे सेंसेक्स 228.15 अंक या 0.28 प्रतिशत बढ़कर 81,590.02 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 55.10 अंक या 0.22 प्रतिशत बढ़कर 24,848.35 पर कारोबार कर रहा था. 

भारतीय शेयर बाजार में यह तेजी ऐसे समय में आई है जब मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष जारी है. कारोबारी सत्र के दौरान मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में आधे प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई. जिससे BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप पिछले कारोबारी सत्र के लगभग 443 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 447 लाख करोड़ रुपये हो गया. यानी एक दिन में निवेशकों की संपत्ति में 4 लाख करोड़ का इजाफा हुआ. 

शेयर बाजार में क्यों आई बंपर तेजी?

गिरावट के बाद शॉर्ट कवरिंग

पिछले कुछ कारोबारी सत्रों से बाजार में कमजोरी थी, इसलिए अब इसमें उछाल आना उम्मीद के मुताबिक है. भारत की अर्थव्यवस्था की तस्वीर अभी भी मजबूत मानी जा रही है, इसलिए निवेशक सस्ते भाव पर शेयर खरीद रहे हैं. SEBI से रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट अविनाश गोरक्षकर का कहना है कि निवेशक शायद ईरान और इजरायल के बीच समझौते की उम्मीद में शॉर्ट कवरिंग कर रहे हैं. हालांकि अगर तनाव और बढ़ा तो फिर से बिकवाली हो सकती है.

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट

ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतों में 2% से ज्यादा की गिरावट आई है, जिससे घरेलू बाजार की सेंटिमेंट्स को सपोर्ट मिला है. ईरान-इजरायल के बीच भले ही तनाव जारी है, लेकिन अमेरिका की तरफ से दखल पर फैसला टलने से कच्चे तेल में मुनाफावसूली देखने को मिली है. फिलहाल ब्रेंट क्रूड की कीमतें गिरकर करीब 77 डॉलर प्रति बैरल के आसपास पहुंच गई हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर कीमतें 80 डॉलर से नीचे बनी रहती हैं, तो भारतीय बाजार पर इसका कोई नेगेटिव असर नहीं पड़ेगा.

Read More
{}{}