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बाजार में फिर हाहाकार, चार दिन में 1400 अंक लुढ़का सेंसेक्स, क्यों क्रैश हो रहा भारत का स्टॉक मार्केट ?

Stock Market Crash: शेयर बाजार में उठा पटक का दौर जारी है. मंगलवार को बाजार ने थोड़ी वापसी की, लेकिन अगले ही दिन शेयर बाजार धड़ाम से गिर गया. बुधवार को शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा. सुबह बाजार खुलने के साथ ही गिर गया.

बाजार में फिर हाहाकार, चार दिन में 1400 अंक लुढ़का सेंसेक्स, क्यों क्रैश हो रहा भारत का स्टॉक मार्केट ?
Bavita Jha |Updated: Jul 16, 2025, 01:05 PM IST
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Why Share Market Crash Today: शेयर बाजार में उठा पटक का दौर जारी है. मंगलवार को बाजार ने थोड़ी वापसी की, लेकिन अगले ही दिन शेयर बाजार धड़ाम से गिर गया. बुधवार को शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा. सुबह बाजार खुलने के साथ ही गिर गया. बुधवार सुबह शेयर बाजार हल्की गिरावट के साथ खुले.  बाजार खुलने के साथ ही सेंसेक्स 139 अंक या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82,431 पर पहुंच गया. निफ्टी 58 अंक या 0.23 प्रतिशत की कमजोर के साथ 25,137 पर गिर गया.  

4 दिन में 1400 अंकों की गिरावट 

शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है. अगर पिछले चार कारोबारी दिन को देखें तो सेंसेक्स 1400 अंक तक लुढ़क गया. चार कारोबारी दिनों में सेंसेक्स में 1459 अंकों या 1.74 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. वहीं निफ्टी 50 में 1.72 फीसदी तक की गिरावट आ गई है. सेंसेक्स में आई इस गिरावट के चलते निवेशकों को बड़ा नुकसान हो रहा है. 

क्यों गिर रहा है शेयर बाजार  

शेयर बाजार में गिरावट के पीछे कई कारण हैं. विदेशी बाजारों खासकर अमेरिका में टैरिफ को लेकर जारी अनिश्चितता के चलते घरेलू बाजार पर भी दिख रहा है.  ग्लोबल इकोनॉमी में जारी उथल पुथल का असर भारतीय बाजारों पर देखने को मिल रहा है.  अमेरिकी टैरिफ के चलते न केवल अमरेकी अर्थव्यवस्था पर असर पड़ रहा है, बल्कि उसके साथ कारोबार करने वाले देश भी प्रभावित हो रहे हैं, जिसका असर शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है. 

अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप  की ओर से दुनियाभर के देशों पर धड़ाध़़ टैरिफ लगाए जा रहे हैं. 1 अगस्त 2025 से लागू हो रहे इन टैरिफों को लेकर भारत में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.  भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर को लेकर पिक्चर अब तक क्लियर नहीं हो सका है.  ऐसे में निवेशकों में सस्पेंस की स्थिति बनी है और शेयर बाजार पर इसका लगातार असर दिख रहा है. इतना ही नहीं कंपनियों के तिमाही नतीजों के चलते शेयर बाजार पर बिकवाली की स्थिति बनी हुई है. 

तेल पर बवाल

रूस के साथ क्रूड ऑयल की खरीदारी को लेकर अमेरिका की आपत्तियों ने टेंशन बढ़ा दी है.  क्रूड ऑयल यानी कच्चे तेल की कीमतें भी बढ़ रही है. ब्रेंट क्रूड 68.83 डॉलर प्रति बैरल और WTI क्रूड 66.81 डॉलर पर पहुंच गया. सप्लाई कम होने की आशंका से तेल की कीमतें बढ़ी हैं, जिसके निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है.  मिश्रित वैश्विक संकेतों के कारण भारतीय शेयर बाजार पर दवाब बना हुआ है.  

आज कैसा रहा बाजार का हाल  

सुबह 9:46 पर सेंसेक्स 139 अंक या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82,431 और निफ्टी 58 अंक या 0.23 प्रतिशत की कमजोर के साथ 25,137 पर था. शुरुआती कारोबार में मिडकैप और स्मॉलकैप में सपाट कारोबार हो रहा था. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 6 अंक की मामूली गिरावट के साथ 59,605 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 14 अंक की कमजोरी के साथ 19,120 पर था. सेक्टोरल आधार पर आईटी, पीएसयू बैंक, रियल्टी, मीडिया और सर्विसेज इंडेक्स हरे निशान में थे. ऑटो, फार्मा, एफएमसीजी, एनर्जी, इन्फ्रा, पीएसई और कमोडिटी में दबाव के साथ कारोबार हो रहा था.  

इन शेयरों में तेजी, फ्लॉप रहे ये शेयर  

सेंसेक्स पैक में अदाणी पोर्ट्स, ट्रेंट, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, इंफोसिस, आईटीसी, एचसीएल टेक और बीईएल टॉप गेनर्स थे. महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, इटरनल, टीसीएस और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप लूजर्स थे. अंतर्राष्ट्रीय बाजारों का रुख मिला-जुला रहा. टोक्यो, हांगकांग, जकार्ता और बैंकॉक हरे निशान में थे. शंघाई और सियोल लाल निशान में थे. अमेरिका में प्रमुख सूचकांक डाउ जोंस सोमवार को 0.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने दो दिनों से जारी बिकवाली का सिलसिला तोड़ दिया और 15 जुलाई को 120 करोड़ रुपए की शुद्ध खरीदारी की. वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने लगातार सातवें सत्र में अपनी खरीदारी का सिलसिला जारी रखा और मंगलवार को 1,555 करोड़ रुपए का निवेश किया. 

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