Stock market crash: गुरुवार, 22 मई को शेयर बाजार की चाल पलट गई. बाजार खुलने के साथ ही धड़ाम हो गया. सेंसेक्स और निफ्टी गोता लगाने लगा. एक समय आया जब सेंसेकिस 1100 अंक तक गिर गया. इस गिरावट के पीछे विलेन बना अमेरिका. अमेरिका से आई एक खबर से शेयर बाजार के हिला दिया. दरअसल अमेरिका के बॉन्ड बाजार में हलचल और वैश्विक बाज़ारों से मिले कमजोर संकेत का असर भारतीय स्टॉक मार्केट पर पड़ा है.
गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार
गुरुवार को सेंसेक्स 644.64 अंक गिरकर 80951.99 पर बंद हुआ तो वहीं निफ्टी भी 203.75 अंक टूटकर 24609.70 पर बंद हुआ है. इस गिरावट के पीछे अमेरिका की आर्थिक स्थिति को लेकर फैली अनिश्चितता वाली स्थिति है. दरअसल अमेरिकी सरकार बजट में टैक्स कटौती पर विचार कर रही है. अगर ऐसा होता है तो अमेरिका में पहले से ही बड़े बजट घाटे में और बढ़ोतरी होने की संभावना बढ़ जाएगी. इस टैक्स कटौती की संभावना के चहते निवेशकों में डर का माहौल है. निवेशकों ने अमेरिका के सरकारी बॉन्ड बेचने शुरू कर दिए. जिसकी वजह से रिटर्न बढ़े, लेकिन अमेरिकी बॉन्ड का रिटर्न बढ़ने से विदेशी निवेशकों ने भारत से पैसा निकालकर अमेरिकी बाजार में लगाना शुरू कर दिया.
विदेशी निवेशकों की बिकावली हावी हुई और शेयर बाजार धड़ाम से गिर गया. वहीं वैश्विक कमजोरी ने इसमें आग में घी डालने जैसा काम किया. अमेरिका में बुधवार को गिरे बाजार का असर गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार पर दिखा. आज सबसे ज्यादा बुरा असर आईटी शेयरों पर दिखा. टेक महिंद्रा, HCL टेक, इंफोसिस जैसी कंपनियों के शेयरों में 2 फीसदी से ज्यादा गिर गए. अगर बाजार जानकारों की माने तो अभी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. हालांकि बेहतर तिमाही रिजल्ट की बदौलत अभी भी बाजार अधिकांश शेयर औसत से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं.