The Reserve: भले ही देखने में आपको इमारत माचिस की डिब्बी की तरह लगे, लेकिन गलती से भी इसे आम इमारत समझने की भूल मच करिएगा. इस इमारत के भीतर इतना खजाना छिपा है कि उसे गिनने में कई साल लग जाएंगे. भले ही ये 6 मंजिला इमारत हो, लेकिन दुनियाभर के अमीरों की जान इस इमारत में बसती है. कहें तो अमीरों का खजाना इस इमारत में रखा है.
क्यों इतनी खास है ये इमारत
ये इमारत कोई आम नहीं बल्कि सोने का भंडार है. दुनियाभर के अमीर अपना सोना यहां लाकर रखते हैं. अमीरों की पहली पसंद बनी ये बिल्डिंग हैं सिंगापुर की द रिजर्व (The Reserve). इस इमारत में लगे हाई-सिक्योरिटी वॉल्ट में अमीर अपना सोना-चांदी सुरक्षित रख रहे हैं. लॉकर या पेपर गोल्ड के बजाए लोग फिजिकल गोल्ड का रूख कर रहे हैं. घरों में सोना-चांदी रखना इतना सुरक्षित नहीं है ऐसे में लोग द रिज़र्व का रूख कर रहे हैं.
कौन हैं इस इमारत का मालिक
सिंगापुर के द रिजर्व इमारत में सोने का भंडार है. अमीर इस इमारत के हाई सिक्योर्ड वॉल्ट में अपना सोना सुरक्षित रखते हैं. अंतरराष्ट्रीय अनिश्चितताओं, बैंकों पर घटते भरोसे और भू-राजनीतिक तनावों के दौर में दुनिया के अमीर सोने को अब लॉकर के बजाए विदेशों में जमा कर रहे हैं. दुनिया के हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स का ठिकाना बन रहा है. अल्ट्रा-सिक्योर बिल्डिंग में प्राइवेट वॉल्टिंग फैसिलिटी है. इस बिल्डिंग के मालिक ग्रेगर ग्रेगर्सन हैं, जो गोल्ड-सिल्वर स्टोरेज के ऑर्डर 88% तक बढ़े हैं. गोल्ड-सिल्वर की बार सेल्स में 200% की साल-दर-साल ग्रोथ देखी गई. इस इमारत की देखरेख Glenreagh नाम की कंपनी करती है.
कितनी है इस बिल्डिंग की वैल्यू
इस इमारत में जमा सोने-चांदी की वैल्यू 1.5 अरब डॉलर यानी करीब 12000 करोड़ रुपये है. जहां इतना सोना-चांदी भर है, जाहिर है कि वहां की सुरक्षा भी टाइट होगी. इस बिल्डिंग में टाइट सिक्योरिटी की सुरक्षा इतनी चाक-चौबंध है कि यहां एक पत्ता भी बिना मर्जी के हिल नहीं पाता है. यहां अत्यधिक ऊंचा है बायोमेट्रिक एक्सेस, 24×7 निगरानी, और अत्याधुनिक क्लाइमेट कंट्रोल जैसी सुविधाओं में सोना पूरी तरह सुरक्षित रखा जाता है.