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ये हैं दुनिया की वो नौकरियां जिनको AI भी नहीं कर सकता खत्म, इंसानों के पास ही है ताकत

AI: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अधिकांश क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है, जिस कारण लाखों लोगों के मन में नौकरी जाने का डर है. ऐसे में चलिए हम आपको दुनिया की उन नौकरियों के बारे में बताते हैं, जिसमें एआई इंसानों को रिप्लेस नहीं कर सकता है.   

ये हैं दुनिया की वो नौकरियां जिनको AI भी नहीं कर सकता खत्म, इंसानों के पास ही है ताकत
Deepa Mishra|Updated: Jul 14, 2025, 07:17 PM IST
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Artificial Intelligence: आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है. हर क्षेत्र में एआई का इस्तेमाल बढ़ने के साथ लोगों के मन में यह डर सताने लगा है कि आने वाले समय में एआई उनकी नौकरी न छीन लें. एआई के विकास की इस रफ्तार को देखते हुए टेक एक्सपर्ट और बड़े उद्योगपति का मानना है कि आने वाले समय में एआई इंसानों को बुद्धिमत्ता की दौड़ में पीछे कर सकता है. अगर एआई का पूर्ण विकास हो गया तो वो इंसानों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है. ऐसे में चलिए हम आपको दुनिया की उन नौकरियों के बारे में बताते हैं, जिसमें मैन पावर को एआई न अभी और न ही सालों बाद रिप्लेस कर सकता है. 

बिल गेट्स
अधिकांश क्षेत्र में एआई के बढ़ते प्रभाव खासकर टेक्नोलॉजी सेक्टर में AI का बढ़ते इस्तेमाल के कारण करोड़ों लोगों की नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स ने तीन नौकरियों का जिक्र किया है, जिसमें मैन पावर को एडवांस AI न अभी और न ही सालों बाद रिप्लेस कर सकता है. 

कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग
बिल गेट्स ने बताया कि कोडिंग के लिए इंसानी ब्रेन की जरूरत होती है और प्रोग्रामिंग एक ऐसी फील्ड है, जिसमें एआई मदद तो कर सकता है, लेकिन पूरी तरह से सालों बाद भी इंसानों को रिप्लेस नहीं कर सकता है. प्रोग्रामिंग में कठिन से कठिन परेशानियों को क्रिएटिविटी से सॉल्व करना होता है, जिसे कुछ मशीनें आसानी से नहीं कर सकती. इसे हुमन ब्रेन ही कुशलता से कर सकता है. 

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बायोलॉजी 
बिल गेट्स ने कहा एआई डेटा के विश्लेषण और रोगों को ठीक करने में मदद कर सकता है, लेकिन यह नए साइंटिफिक थ्योरी नहीं बना सकता है और न ही नई खोज कर सकता है. हालांकि,  एलाई डेटा सेट का इस्तेमाल कर बीमारी का पता लगा सकता है. 

एनर्जी
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एनर्जी सेक्टर में भी इंसानों को रिप्लेस नहीं कर सकता है. बिल गेट्स का कहना है कि एआई कार्यक्षमता में सुधार कर सकता है, लेकिन प्लानिंग, संकट आने पर परिस्थितियों को संभालना और लंबे समय के लिए स्ट्रेटजी बनाने में हुमन ब्रेन की जरूरत होती है, जो AI नहीं कर सकता है. 

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सवाल 1: AI का जनक किसे कहा जाता है?
जवाब: AI का जनक जॉन मैकार्थी को कहा जाता है.
 
सवाल 2: AI का आविष्कार कब हुआ था?
जवाब: AI का आविष्कार 1956 में हुआ था. 
 
सवाल 3: भारत का पहला AI विश्वविद्यालय कहां है?
जवाब: भारत का पहला AI विश्वविद्यालय मुंबई में यूनिवर्सल एआई यूनिवर्सिटी है. 

सवाल 4: AI का फुल फॉर्म क्या है?
जवाब: AI का पूरा नाम 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' है

सवाल 5: AI का मालिक कौन है?
जवाब: AI को अमेरिका की कंपनी OPEN Ai ने बनाया था और इस कंपनी के मालिक साम एल्टमन हैं. 

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