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Success Story: दिनभर चलाए खच्चर, रातभर की पढ़ाई, केदारनाथ में सामान ढोने वाले के बेटे ने IIT परीक्षा क्रैक कर रच दिया इतिहास!

Atul Kumar Success Story: उत्तराखंड के अतुल कुमार ने IIT JAM 2025 परीक्षा में केदारनाथ धाम में खच्चर से सामान ढोकर ऑल इंडिया रैंक 649वीं हासिल किया है. अब उनका एडमिशन IIT मद्रास (चेन्नई) में MSc गणित पाठ्यक्रम के लिए होने वाला है. 

Success Story: दिनभर चलाए खच्चर, रातभर की पढ़ाई, केदारनाथ में सामान ढोने वाले के बेटे ने IIT परीक्षा क्रैक कर रच दिया इतिहास!
Deepa Mishra|Updated: Jul 16, 2025, 10:16 PM IST
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IIT JAM 2025 Success Story: सपना देखना जितना आसान होता है. उसे पूरा करना उतना ही मुश्किल होता है. खासकर उन लोगों के लिए जिनके पास बुनियादी संसाधनों की कमी होती है, लेकिन कहते है न जिनके अंदर अपने सपने को पूरा करने का जुनून होता है, वो लाख मुश्किलों को पार करते हुए सपने को साकार कर ही लेते हैं. कुछ ऐसी ही कहानी है अतुल कुमार की, जिन्होंने राह में आए सभी चुनौतियों को पार करते हुए IIT में पढ़ने के सपने को साकार किया है. 

IIT JAM 2025 में AIR 649वीं
अतुल कुमार मूल रूप से उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के एक छोटे से गांव बीरों देवल के रहने वाले हैं. उन्होंने  IIT JAM 2025 परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 649वीं हासिल की है. उनका एडमिशन अब देश के प्रतिष्ठित संस्थान IIT मद्रास में MSc गणित में होने वाला है. अतुल एक साधारण परिवार से आते हैं. उनके माता-पिता केदारनाथ धाम में घोड़े-खच्चर चलाने का काम करते हैं. जिससे किसी तरह उनके परिवार का भरण-पोषण होता है. 

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10वीं-12वीं स्टेट टॉपर 
अतुल के शिक्षा का सफर शुरू से ही चुनौतियों से भरा रहा. उन्होंने शुरुआती पढ़ाई उत्तराखंड के एक सरकारी स्कूल से की. वो पढ़ाई में शुरू से ही होशियार थे. उन्होंने 10वीं बोर्ड में 94.8% अंक हासिल करने के साथ पूरे राज्य में 17वां स्थान हासिल किया. इसके बाद 12वीं में उन्होंने 92.8% अंक के साथ पूरे राज्य में 21वां स्थान हासिल किया. इसके बाद उन्होंने बैचलर ऑफ साइंस (BSc) से ग्रेजुएशन करने का निर्णय लिया. फिलहाल वो हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से BSc कर रहे हैं और अंतिम वर्ष के छात्र है.

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IIT मद्रास में अब करेंगे पढ़ाई 
आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आने के कारण अतुल ने अपनी पढ़ाई का खर्चा उठाने और परिवार को सहयोग करने के लिए केदारनाथ में काम करना शुरू कर दिया. वो अपने माता-पिता के तरह खच्चर से सामान ढोने लगे. हालांकि, कई चुनौतियों के बाद भी अतुल ने कभी पढ़ाई से मुंह नहीं मोरा. वो काम करने के साथ पढ़ाई के लिए समर्पित रहें. इसी का परिणाम रहा कि उन्होंने IIT JAM 2025 परीक्षा पास की. उनका चयन देश के प्रतिष्ठित संस्थान IIT मद्रास (चेन्नई) में MSc गणित पाठ्यक्रम के लिए हुआ. यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे गांव और जिले के लिए गर्व की बात है. अतुल की सफलता सभी के लिए एक प्रेरणा है, जो अपने सपने को लाख मुश्किलों के बाद भी पूरा करना चाहते हैं. 

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