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बला की खूबसूरत है ये अफसर, कभी 0.7 अंक से चूकी थीं प्रीलिम्स, लेकिन जज्बे ने बना दिया IAS!

UPSC Success Story: आज हम आपको एक ऐसी उम्मीदवार के बारे में बताएंगे, जिन्होंने यूपीएससी के 5 असफल प्रयासों के बावजूद हार नहीं मानी और अंत में सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस का पद हासिल किया.

बला की खूबसूरत है ये अफसर, कभी 0.7 अंक से चूकी थीं प्रीलिम्स, लेकिन जज्बे ने बना दिया IAS!
Kunal Jha|Updated: Jan 29, 2025, 06:45 AM IST
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IAS Priyanka Goel: भारत में हर साल करीब 10 लाख उम्मीदवार देश की सबसे कठिन यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं. हालांकि, इस परीक्षा में केवल मुठ्ठीभर उम्मीदवार ही सफलता हासिल कर पाते हैं. कुछ उम्मीदवार ऐसे होते हैं, जो पहली बास में इस परीक्षा को क्रैक कर आईएएस का पद हासिल कर लेते हैं, जबकि कुछ उम्मीदवार सालों-साल परीक्षा की तैयारी में लगे रहते हैं और लंबे प्रयास के बाद सफलता हासिल कर पाते हैं.

आज हम आपको एक ऐसी ही एक उम्मीदवार के बारे में बताएंगे, जिन्होंने कई बार यूपीएससी की परीक्षा में असफलता का सामना किया, लेकिन हार नहीं मानी और अंत में सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस ऑफिसर बन गईं.

आसान नहीं रहा UPSC का सफर
दरअसल, हम बात कर रहे हैं दिल्ली की रहने वाली प्रियंका गोयल की जिन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के केशव महाविद्यालय से बी.कॉम की डिग्री प्राप्त की हैं. पढ़ाई में बचपन से ही अव्वल रहने वाली प्रियंका ने ग्रेजुएशन के बाद सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) की तैयारी शुरू की. हालांकि, उनका सफर आसान नहीं था.

संघर्ष और असफलताएं
प्रियंका के शुरुआती चार प्रयास असफल रहे. पहले चार बार में वह प्रीलिम्स परीक्षा (Prelims) भी पास नहीं कर सकीं. दूसरे प्रयास में तो वह कट-ऑफ से मात्र 0.7 अंक से चूक गईं. यह उनके लिए बेहद निराशाजनक था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. उन्होंने अपनी गलतियों का एनालिसिस किया और अपनी रणनीति बदली.

पांचवें प्रयास में, उन्होंने प्रीलिम्स और मेंस परीक्षा पास कर ली, लेकिन फाइनल मेरिट लिस्ट में नाम नहीं आया. इतनी असफलताओं के बावजूद, उन्होंने अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ा और पूरे आत्मविश्वास के साथ छठे प्रयास की तैयारी की.

छठे प्रयास में मिली सफलता
आखिरकार, अपने छठे और अंतिम प्रयास में, प्रियंका ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 में 369वीं रैंक हासिल की और आईएएस अधिकारी बनीं. इस प्रयास में उन्होंने कुल 965 अंक प्राप्त किए, जिसमें उनके वैकल्पिक विषय लोक प्रशासन में 292 अंक और इंटरव्यू में 193 अंक शामिल थे.

परीक्षा की रणनीति
प्रियंका ने अपनी असफलताओं से सीखा और अपनी तैयारी में बदलाव किया। उन्होंने:

- स्मार्ट स्टडी पर ध्यान दिया: बिना जरूरी जानकारी में उलझे केवल महत्वपूर्ण टॉपिक्स पर फोकस किया.
- टेस्ट सीरीज पर जोर दिया: अपनी गलतियों का एनालिसिस किया और सुधार किया.
- आत्मविश्वास बनाए रखा: असफलताओं से निराश होने के बजाय खुद को लगातार प्रेरित किया.

प्रेरणा स्रोत बनीं प्रियंका
प्रियंका गोयल आज लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. उन्होंने दिखाया कि असफलताएं सिर्फ सीखने का एक चरण होती हैं, और सही रणनीति व मेहनत से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है.

उनकी सफलता का संदेश स्पष्ट है – कभी हार मत मानो, सीखते रहो और लगातार प्रयास करो!

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