trendingNow12808032
Hindi News >>शिक्षा
Advertisement

NEET में मिले कम नंबर? नहीं हो परेशान; MBBS के अलावा Homeopathy में बनाएं करियर, जानें कैसे बनें होम्योपैथी डॉक्टर?

How to Become Homeopathy Doctor: नीट परीक्षा में अगर आपका स्कोर कम आया है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है.  MBBS के अलावा छात्र होम्योपैथी में भी करियर बना सकते हैं. पढ़ें पूरी डिटेल.

NEET में मिले कम नंबर? नहीं हो परेशान; MBBS के अलावा Homeopathy में बनाएं करियर, जानें कैसे बनें होम्योपैथी डॉक्टर?
Muskan Chaurasia|Updated: Jun 20, 2025, 10:09 AM IST
Share

NEET UG Result 2025: नीट यूजी परीक्षा 2025 के नतीजे हाल ही में जारी हुए हैं. ऐसे में अगर आपके नीट में कम नंबर आए हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं हैं. एमबीबीएस के अलावा ऐसे कई सारे मेडिकल के कोर्स हैं, जिसकी पढ़ाई करके आप अच्छी सैलरी हासिल कर सकते हैं. इस खबर में हम बात करेंगे होम्योपैथी कोर्स की, जानें होम्योपैथी डॉक्टर बनने के लिए आपको कौन से कोर्स करने होंगे? डॉक्टर की कितनी सैलरी होती है?

नीट यूजी 2025 परीक्षा के रिजल्ट घोषित होने के बाद अब जल्द ही कांउसलिंग का प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जिन अभ्यर्थियों के नंबर कम हैं. उन्हें परेशान होने की आवश्यकता नहीं है. वह BHMS (Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery) में करियर बना सकते हैं.

कमाने और रहने के लिए दुनिया का सबसे बेस्ट शहर कौन सा है?

BHMS क्या है?
बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी एक डिमांडिंग कोर्स है. ये मेडिकल के स्टूडेंट्स के अच्छा करियर ऑप्शन हो सकता है. ये कोर्स 5.5 साल का होता है, जिसमें 4.5 साल की पढ़ाई और 1 साल की इंटर्नशिप शामिल है. इस कोर्स के लिए एडमिशन नीट यूजी रैंक और नंबर के आधार पर मिलता है. इसकी पढ़ाई करने के बाद छात्र प्राइवेट प्रैक्टिस के अलावा सरकारी नौकरी के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं. 

BHMS की कितनी सीटे हैं?
जानकारी के अनुसार, देश भर में करीब 250 सरकारी और निजी बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी कॉलेज हैं, जिनमें कुल मिलाकर 19,000 से अधिक सीटें हैं. ऐसे में आपके पास अच्छा मौका है कि आप इस कोर्स में अपना करियर बनाएं. कटऑफ की बात करें तो BHMS के लिए NEET UG की कट ऑफ कैटेगरी वाइज अलग-अलग है. काउंसिलिंग प्रक्रिया शुरू से पहले आपको सही कट-ऑफ की जानकारी मिल सकती है. 

सैलरी कितनी होती है?
इस कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट आयुष विभाग में चिकित्सा अधिकारी के रूप में काम कर सकते हैं. इसके अलावा सरकारी अस्पतालों या फिर प्राइवेट हॉस्पिटल में भी जॉब मिल सकती है. इसके साथ ही छात्र होम्योपैथी कॉलेजों में लेक्चरर के रूप में भी काम कर सकते हैं. सैलरी की बात करें तो सरकारी होम्योपैथिक डॉक्टर की शुरुआती सैलरी 20,000 रुपए से 40,000 रुपए तक हो सकती है. 

Read More
{}{}