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CBSE 10वीं 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए अलर्ट! बदला बोर्ड एग्जाम का नियम, क्या है नया रूल?

CBSE Regulations for Board Exams: CBSE ने कहा है कि वह किसी भी समय स्कूलों में औचक निरीक्षण कर सकता है. अगर अटेंडेंस रिकॉर्ड में गड़बड़ी या हेराफेरी पाई गई, तो स्कूल की मान्यता रद्द की जा सकती है.

CBSE 10वीं 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए अलर्ट! बदला बोर्ड एग्जाम का नियम, क्या है नया रूल?
chetan sharma|Updated: Aug 06, 2025, 02:22 PM IST
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Class 10 and 12 Attendance Requirement: सीबीएसई (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) ने कक्षा 10वीं और 12वीं के स्टूडेंटों के लिए एक सख्त निर्देश जारी किया है. इस निर्देश के मुताबिक, 2025–26 सेशन में बोर्ड परीक्षा देने के लिए स्टूडेंट्स को कम से कम 75% अटेंडेंस जरूरी होगी. यह आदेश 4 अगस्त को जारी एक सर्कुलर के माध्यम से दिया गया है. CBSE ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि कुछ स्कूलों और स्टूडेंटों द्वारा अटेंडेंस नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था. बोर्ड ने साफ कहा है कि वह अनुशासन में किसी भी तरह की ढील नहीं देगा. इस कदम का मकसद "डमी स्टूडेंट्स" पर लगाम लगाना और एकेडमिक डिसिप्लिन को मजबूत करना है.

कम अटेंडेंस पर परीक्षा से क्यों रोका जाएगा?
CBSE के परीक्षा नियमों (Rule 13 और 14) के मुताबिक, अगर किसी स्टूडेंट की अटेंडेंस 75% से कम होती है, तो वह बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगा. हालांकि कुछ खास परिस्थितियों में छूट दी जा सकती है — जैसे गंभीर बीमारी, परिवार में मृत्यु या नेशनल/ इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्पटीशन में हिस्सा लेना, लेकिन ऐसी छूट तभी मिलेगी जब पूरे प्रमाण और जरूरी डॉक्यूमेंट समय पर जमा किए जाएं.

स्कूल और माता-पिता की क्या जिम्मेदारी है?
CBSE ने स्कूलों से कहा है कि वे सेशन की शुरुआत में ही स्टूडेंट्स और माता-पिता को अटेंडेंस नियमों की जानकारी दें. यदि किसी स्टूडेंट की अटेंडेंस कम होती है, तो स्कूल को माता-पिता को रजिस्टर्ड पोस्ट या ईमेल के जरिए लिखित चेतावनी देना जरूरी है. मेडिकल छुट्टी के लिए मान्यता प्राप्त डॉक्टर से प्रमाणपत्र और अन्य परिस्थितियों के लिए संबंधित डॉक्यूमेंट जरूरी हैं.

अटेंडेंस की गणना कब और कैसे होगी?
CBSE ने कहा है कि अटेंडेंस की गणना 1 जनवरी तक की जाएगी. इसके बाद जिन स्टूडेंटों की अटेंडेंस कम होगी, उनके मामलों को 7 जनवरी तक CBSE को भेजना होगा. इसके बाद कोई भी मामला स्वीकार नहीं किया जाएगा. और अगर कोई स्कूल बाद में कहे कि स्टूडेंट ने 75% अटेंडेंस पूरी कर ली है, तो CBSE उसे स्वीकार नहीं करेगा.

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क्या स्कूलों पर भी होगी सख्ती?
CBSE ने कहा है कि वह किसी भी समय स्कूलों में औचक निरीक्षण कर सकता है. अगर अटेंडेंस रिकॉर्ड में गड़बड़ी या हेराफेरी पाई गई, तो स्कूल की मान्यता रद्द की जा सकती है और स्टूडेंटों को परीक्षा से वंचित किया जा सकता है. सभी रिकॉर्ड रोजाना अपडेट होने चाहिए और टीचर और प्रिंसिपल द्वारा साइन होने चाहिए.

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