CBSE Mandatory Training For Teachers: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने अपने सभी स्कूलों के प्रिंसिपल और टीचर्स के लिए नए नियम जारी किए हैं, जिसके तहत उन्हें अपनी प्रोफेशनल स्किल्स को बेहतर बनाने के लिए ट्रेनिंग लेना जरूरी होगा. 1 अप्रैल 2025 की दो सरकारी सूचनाओं में बोर्ड ने बताया है कि यह ट्रेनिंग नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 और नेशनल प्रोफेशनल स्टैंडर्ड्स फॉर टीचर्स (NPST) के अनुसार एक खास तरीके से होगी.
नए नियमों के मुताबिक, हर टीचर को हर साल कम से कम 50 घंटे की लगातार प्रोफेशनल डेवलपमेंट (CPD) ट्रेनिंग लेनी होगी. इसमें से आधी ट्रेनिंग CBSE या सरकारी ट्रेनिंग संस्थानों के जरिए होगी, और बाकी स्कूल के अंदर या आस-पास के सहयोग से चलने वाले प्रोग्रामों के जरिए पूरी की जाएगी. यह ट्रेनिंग तीन मुख्य बातों पर फोकस करेगी:
मूल्य और नैतिकता (Core Values and Ethics): 12 घंटे
नॉलेज और प्रैक्टिस (Knowledge and Practice): 24 घंटे
प्रोफेशनल ग्रोथ और डेवलपमेंट (Professional Growth and Development): 14 घंटे
बोर्ड ने बोर्ड एग्जाम की ड्यूटी, रिसर्च का काम, CBSE कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेना और डिजिटल कंटेंट बनाना जैसे कई एकेडमिक और मूल्यांकन से जुड़े कामों को भी CPD घंटों में शामिल किया है.
2025 के लिए, CBSE ने STEM एजुकेशन (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स) को अपनी सालाना ट्रेनिंग का मुख्य विषय चुना है. स्कूलों को STEM टीचिंग में चर्चा और नए विचारों को बढ़ावा देने के लिए डिस्ट्रिक्ट लेवल डेलिबरेशंस (DLDs) आयोजित करने के लिए कहा गया है, जिसमें सवाल पूछने और अलग-अलग विषयों को मिलाकर पढ़ाने के तरीकों पर ज़ोर दिया जाएगा.
Quiz: वो कौन है, जो पूरी जिंदगी कभी नहीं सोता, मरने पर ही बंद होती हैं आंखें?
सभी स्कूलों को इन नए नियमों का पालन करना होगा. CBSE ने सभी हेड ऑफ इंस्टीट्यूशंस से अपील की है कि वे लगातार सीखने और प्रोफेशनल तौर पर बेहतर बनने की संस्कृति को बढ़ावा देकर इस बदलाव का नेतृत्व करें. ज्यादा जानकारी और ऑफिशियल नोटिफिकेशन CBSE की वेबसाइट www.cbse.gov.in पर उपलब्ध हैं.