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लगा दिए जिंदगी के 17 साल, खड़ा किया सबसे ऊंचा चिनाब ब्रिज; कौन हैं सिविल इंजीनियर माधवी लता?

Chenab Bridge: दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब ब्रिज का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया है. इसी के साथ एक नाम काफी चर्चा में है, वो हैं सिविल इंजीनियर माधवी लता. चलिए हम आपको उनके बारे में बताते हैं. 

कौन हैं माधवी लता?
कौन हैं माधवी लता?
Deepa Mishra|Updated: Jun 06, 2025, 09:31 PM IST
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Who is Madhavi Latha: दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब रेलवे ब्रिज का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुक्रवार 6 जून, 2025 को किया गया. इस पुल के निर्माण से भारतीय इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया है. चिनाब ब्रिज को लेकर भारतीय रेलवे के इंजीनियरों का दावा है कि यह पुल अगले 120 सालों से भी ज्यादा समय तक चलेगा. वहीं, 8 तीव्रता वाले भूकंप को भी झेलने में सक्षम होगा. बता दें, चिनाब ब्रिज प्रोजेक्ट की शुरुआत 2005 में शुरू हुई थी. वहीं, साल 2022 में फुल-स्पीड ट्रेनों के सफल ट्रायल रन के साथ पुल का काम पूरा हुआ. कई सालों से ब्रिज का चल रहा काम अब आखिरकार समाप्त हो गया है. वहीं, इस ब्रिज के उद्घाटन के साथ एक नाम काफी चर्चा का विषय बना हुआ है, वो है माधवी लता. चलिए हम आपको उनके बारे में बताते हैं. 

प्रोजेक्ट एडवाइजर 
चिनाब पुल के निर्माण में माधवी लता की अहम भूमिका रही है. यह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) बेंगलुरु की एक प्रोफेसर है. IISc सिविल इंजीनियरिंग विभाग की रॉक इंजीनियरिंग विशेषज्ञ जी. माधवी लता ने चिनाब ब्रिज के निर्माण के लिए अपने जीवन के करीब 17 साल दिए हैं. लता ने चिनाब पुल के ठेकेदार अफकॉन्स के अनुरोध पर पुल के निर्माण कार्य का मार्गदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने पुल के ढलान को स्थिर करने और नींव रखने का नेतृत्व किया. माधवी लता ने पुल निर्माण के दौरान प्रोजेक्ट एडवाइजर के तौर पर कमान संभाला. शुरू में उनके साथ प्रोजेक्ट एडवाइजर के तौर पर IISc से एक और इंजीनियर थे, लेकिन कुछ सालों बाद उन्होंने प्रोजेक्ट छोड़ दिया, लेकिन लता ने साल 2022 तक पुल के निर्माण का काम पूरा होने तक अपनी जिम्मेदारी संभाली. 

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एफिल टॉवर से भी ऊंचा है चिनाब ब्रिज
चिनाब पुल को बनाने वाले इंजीनियरों का दावा है कि 1,486 करोड़ रुपये की लागत से बना ये पुल एक सदी से भी अधिक समय तक चलेगा. यह पुल प्राकृतिक परिस्थितियों को झेलने में सक्षम रहेगा. नदी तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर बना चिनाब पुल कटरा और काजीगुंड के बीच दो पहाड़ियों को जोड़ता है. जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है. ये ब्रिज एफिल टॉवर से भी ऊंचा है. वहीं, इस पुल को इस तरह से बनाया गया है कि यह 266 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं को भी झेल सकता है और -20 डिग्री सेल्सियस तक तापमान को झेलने में सक्षम है. 

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