NCERT Class 8th Social Science Book: NCERT की कुछ किताबों में हुए बदलवा को लेकर बीते कुछ दिनों से विवाद चल रहा है. क्लास 8 की नई सोशल साइंस की किताब ‘Exploring Society: India and Beyond (Part 1)’ भी इस बहस का हिस्सा बन चुकी है. एक तरफ इस बुक में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन की आर्थिक लूट और सांस्कृतिक विनाश को दिखाया गया है तो वहीं दूसरी ओर टीपू सुल्तान और हैदर अली, एंग्लो-मैसूर युद्ध को हटा दिया गया है.
ऐसे में आज यानी बुधवार को राज्यसभा में भी इस मुद्दे पर बात हुई. तृणमूल कांग्रेस की रीताब्रता बनर्जी ने पूछा कि क्या नई पुस्तक में भारत के औपनिवेशिक काल पर अध्याय में टीपू सुल्तान, हैदर अली या 1700 के दशक के एंग्लो-मैसूर युद्धों को हटा दिया गया और क्या है इसके पीछे की वजह..
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इस प्रश्न के जवाब में शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने राज्यसभा में कहा कि, कक्षा 8वीं सोशल सांइस बुक के पार्ट-1 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और स्कूल शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCFSE) 2023 के तहत पाठ्यक्रम लक्ष्यों और दक्षताओं के साथ अरेंज किया गया है.
साथ ही साथ केंद्र ने बुधवार को संसद में इस विषय पर उत्तर देते हुए में कहा कि राज्यों के पास अपनी पाठ्यपुस्तकों में क्षेत्रीय व्यक्तित्वों और घटनाओं के बारे में अधिक कवरेज प्रदान करने की छूट है. इसलिए संबंधित राज्य सरकारें एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों को अपना सकती हैं या उनमें बदलाव ला सकती हैं या राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के आधार पर अपनी पाठ्यपुस्तकें विकसित कर सकती हैं.
जानकारी के लिए बता दें, एनसीईआरटी की कक्षा 8 की सोशल साइंस की नई बुक पिछले महीने प्रकाशित हुई थी. किताब में औपनिवेशिक काल पर आधारित अध्याय में 1857 के विद्रोह से पहले ब्रिटिश उपनिवेशवाद को चुनौती देने वाले शुरुआती प्रतिरोध आंदोलनों का एक खंड शामिल है. हालांकि, बुक में मैसूर के शासकों- टीपू सुल्तान और हैदर अली-द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रतिरोध या 1700 के दशक के एंग्लो-मैसूर युद्धों का उल्लेख नहीं किया गया है.