Career Myths for Students: स्टूडेंट्स अक्सर करियर से जुड़े ऐसे मिथक सुनते हैं जो सार्वभौमिक सत्य की तरह लगते हैं और आखिर में उन पर विश्वास कर लेते हैं, लेकिन वास्तव में बढ़ने और सफल होने के लिए, इन विचारों को छोड़ने का समय आ गया है. आइए करियर की सफलता के बारे में कुछ सबसे आम मिथकों को तोड़ते हैं. यहां करियर में सफलता से जुड़े 8 ऐसे मिथकों को आसान भाषा में समझाया गया है जिन पर छात्रों को अब भरोसा करना उनके विवेक पर निर्भर करता है.
1. सिर्फ इंजीनियरिंग और मेडिकल ही सफलता की राह नहीं
यह सोचना गलत है कि सिर्फ इंजीनियर और डॉक्टर ही कामयाब होते हैं. आज के समय में डिजाइन, साइकोलॉजी, लॉ, फाइनेंस, मार्केटिंग और कई दूसरे फील्ड में भी बेहतरीन मौके हैं. सफलता आपकी पसंद के क्षेत्र में जुनून और स्किल को मिलाकर काम करने से मिलती है, न कि सिर्फ किसी खास फील्ड को चुनने से.
2. सिर्फ अच्छे नंबर ही भविष्य तय नहीं करते
अच्छे नंबर शुरुआती दौर में जरूर मदद करते हैं, लेकिन वे सफलता का सिर्फ एक पहलू हैं. असली दुनिया में, आपके काम करने की क्षमता, लोगों से बात करने का तरीका, अनुभव और आपके जान-पहचान के लोग (नेटवर्क) आपके एकेडमिक नंबरों से कहीं ज़्यादा मायने रखते हैं.
3. सरकारी नौकरी ही एकमात्र विकल्प नहीं
सरकारी नौकरी में स्थिरता जरूर होती है, लेकिन यह सफलता का एकमात्र रास्ता नहीं है. बहुत से लोग प्राइवेट सेक्टर, स्टार्टअप, फ्रीलांस काम या अपना बिजनेस करके ज़्यादा पैसा, तरक्की के मौके और अपनी जिंदगी और काम में बेहतर बैलेंस पाते हैं.
4. विदेश की डिग्री सफलता की गारंटी नहीं
विदेश में पढ़ना आपके अवसरों को बढ़ा सकता है, लेकिन यह अपने आप में सफलता की गारंटी नहीं है. इसकी कीमत इस बात पर निर्भर करती है कि आपका क्षेत्र क्या है, आपका कॉलेज कितना अच्छा है और आप अपने एक्सपीरिएंस का इस्तेमाल लोगों से जुड़कर और नई स्किल्स सीखकर कैसे करते हैं. यह एक फायदा जरूर है, लेकिन सफलता का जादुई टिकट नहीं.
5. आपकी डिग्री आपको एक ही करियर में बांधकर नहीं रखती
आजकल करियर बदलना आम बात है – इंजीनियर मैनेजर बन रहे हैं, हिस्ट्री के छात्र डिजाइन में कमाल कर रहे हैं. आज का माहौल लगातार सीखने और बदलने की क्षमता को ज़्यादा महत्व देता है, न कि सिर्फ आपकी शुरुआती डिग्री के आधार पर एक ही रास्ते पर चलते रहने को.
6. सिर्फ बड़ी कंपनियों में ही सफलता नहीं मिलती
बड़ी और मशहूर कंपनियों में काम करने के फायदे जरूर होते हैं, लेकिन कमाल की सफलता की स्टोरीज स्टार्टअप, छोटे बिजनेस और खुद का काम शुरू करने वालों के बीच से भी आती हैं. ज़्यादा जरूरी यह है कि आप क्या काम करते हैं और कितनी कुशलता से करते हैं, न कि आपके रिज्यूमे पर किस कंपनी का नाम लिखा है.
7. हर किसी की सफलता का अपना समय होता है
सफलता के लिए कोई तय समय सीमा नहीं है. हर कोई अपनी गति से आगे बढ़ता है. कुछ लोग जल्दी सफल हो जाते हैं, तो कुछ को अपनी मंजिल बाद में मिलती है. लगातार कोशिश करते रहना जल्दी सफलता पाने या बड़ी सफलता हासिल करने से ज़्यादा मायने रखता है.
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8. माता-पिता की सलाह के साथ अपनी रिसर्च भी करें
माता-पिता अपने अनुभव के आधार पर सलाह देते हैं, लेकिन आज का जॉब मार्केट उनके समय से बहुत अलग है. सबसे अच्छा तरीका यह है कि उनकी राय का सम्मान करें, लेकिन अपनी खुद की रिसर्च भी करें ताकि आप मौजूदा हालात और अपनी इच्छाओं के अनुसार सोच-समझकर फैसले ले सकें.