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UPSC Success Story: पहली बार में प्रीलिम्स भी नहीं हुआ क्लियर, फिर IPS से IAS बनीं अर्पिता थुबे

IAS Arpita Thube Success Story: अर्पिता ने पहली बार 2019 में UPSC परीक्षा दी. लेकिन, वह प्री एग्जाम पास नहीं कर पाईं, जो एक बड़ा झटका था.

UPSC Success Story: पहली बार में प्रीलिम्स भी नहीं हुआ क्लियर, फिर IPS से IAS बनीं अर्पिता थुबे
chetan sharma|Updated: Jun 09, 2025, 11:06 AM IST
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Arpita Thube Success Story: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक मानी जाती है. हर साल लाखों उम्मीदवार सिविल सेवाओं में शामिल होने का सपना देखते हैं. लेकिन, कुछ ही लोग इस कठिन सफर में सफल हो पाते हैं. कई लोग किसी भी कारण से हार मान लेते हैं, तो कुछ अपनी अटूट लगन और मेहनत से मिसाल कायम करते हैं. ऐसी ही एक मिसाल हैं IAS अधिकारी अर्पिता थुबे.

अर्पिता महाराष्ट्र के ठाणे की रहने वाली हैं. उनका एकेडमिक रिकॉर्ड बचपन से ही शानदार रहा है. उन्होंने सरदार पटेल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पढ़ाई पूरी की. देश की सेवा करने की प्रबल इच्छा के साथ, उन्होंने UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू की.

चौथे अटेंप्ट में बनीं IAS

अर्पिता ने पहली बार 2019 में UPSC परीक्षा दी. लेकिन, वह प्री एग्जाम पास नहीं कर पाईं, जो एक बड़ा झटका था. हार मानने के बजाय, उन्होंने इसे एक सीखने के अनुभव के रूप में लिया. 2020 में, वह और भी मजबूत होकर लौटीं, और उनकी मेहनत रंग लाई जब उन्होंने 383वीं रैंक हासिल की और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में शामिल हुईं. लेकिन, उनकी असली ख्वाहिश भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल होने की थी.

अर्पिता ने 2021 में फिर से UPSC परीक्षा दी, लेकिन वह अपने लक्ष्य से चूक गईं. झटके के बावजूद, उनका संकल्प अडिग रहा. अपने चौथे और आखिरी अटेंप्ट में, अर्पिता ने अपनी तैयारी पर पूरी तरह से फोकस्ड करने के लिए अपनी IPS ड्यूटी से ब्रेक लिया. 2022 में, उनकी लगन और दृढ़ता रंग लाई जब उन्होंने 214वीं रैंक हासिल करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में सफलता प्राप्त की.

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युवाओं के लिए प्रेरणा

अर्पिता थुबे की जर्नी इस बात का प्रमाण है कि असफलताएं केवल सीखने के अवसर हैं. उनकी कहानी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो झटके लगने के बाद हार मानने के बजाय अपने सपनों की ओर प्रयास करते रहते हैं. अर्पिता ने दिखाया है कि दृढ़ संकल्प, धैर्य और कड़ी मेहनत से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है. उनकी कहानी सिर्फ सफलता के बारे में नहीं है, बल्कि अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जरूरी फ्लेक्सिबिलिटी और दृढ़ता की गहराई के बारे में है.

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