IAS Pawan Kumar Success Story: यूपीएससी परीक्षा देश की सबसे कठिन परिक्षाओं में से एक है. हर साल लाखों की संख्या में कैंडिडेट्स इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ लोग ही इस परीक्षा को पास कर पाते हैं. ऐसे में आज के इस खबर में हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे कैंडिडेट की जिसने इस परीक्षा को अपने तीसरे प्रयास में पास किया वो भी बिना कोचिंग के. इतना ही नहीं घर की आर्थिकी स्थिती बेहद खराब होने के बावजूद उन्होंने हार ना मानते हुए दिन-रात एक करके मेहनत की.
तीसरे प्रयास में मिली सफलता
हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के छोटे शहर से आने वाले पवन कुमार की, जिन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा 2023 में 239वीं रैंक हासिल कर न सिर्फ अपने परिवार का बल्कि पूरे गांव का नाम रोशन कर दिया. उन्होंने ये साबित कर दिया है जीवन में लाख परेशानियां क्यों ना हो अगर आपके अंदर कुछ करने का जुनून है तो किसी भी मंजिल तक पहुंच सकते हैं. इस सफलता के बाद से वह हर युवा के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गए हैं.
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पिता किसान और करते मजदूरी
पवन कुमार का बचपन छप्पर वाली छत के एक कच्चे मिट्टी वाले मकान में बीता है. उनके परिवार की आर्थिक स्थिती बेहद खराब थी. उनके पिता मुकेश कुमार एक मेहनती किसान रहे और वह हमेशा से चाहते थे कि उनका बेटा कोई अच्छी सरकारी नौकरी करके परिवार को सहारा दे. वह किसानी के साथ-साथ मजदूरी करके किसी तरह से अपने परिवार को पालते थे. ऐसे में उन्होंने ठाना कि वो यूपीएससी पास करके अपने परिवार को इस मुश्किल दौर से निकालेंगे और एक जीवन देंगे, जिसके लिए उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद इस परीक्षा को लेकर तैयारी शुरू कर दी.
पवन कुमार की शिक्षा
पवन कुमार की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने बुलंदशहर के नवोदय विद्यालय से अपनी स्कूल की पढ़ाई की है. इसके बाद ग्रेजुएशन उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से की. उन्होंने बीए से अपनी स्नातक की डिग्री हासिल की. इसके बाद वह सिविल सर्विस की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए. परिवार की ऐसी हालात नहीं थी कोचिंग का खर्चा उठा सकें इसलिए वह सेल्फ स्टडी ही करते थे. उन्होंने मोबाइल से ही अपनी पढ़ाई की. उनका मानना है कि बिना कोचिंग के कारण ही शायद उन्हें ये सफलता तीसरे प्रयास में मिली है. वहीं, अपनी इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता और बहनों को दिया.