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UPSC Success Story: चाचा से मिली प्रेरणा, बिना कोचिंग UPSC में दूसरे प्रयास में हासिल की AIR- 6, लेकिन नहीं बनीं IAS

UPSC Success Story: पढ़ें एक ऐसी उम्मीदवार की सफलता की कहानी जिसने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 6 हासिल की, लेकिन वह आईएएस अफसर नहीं बनीं. जानें क्या रही वजह..

UPSC Success Story: चाचा से मिली प्रेरणा, बिना कोचिंग UPSC में दूसरे प्रयास में हासिल की AIR- 6, लेकिन नहीं बनीं IAS
Muskan Chaurasia|Updated: Jun 19, 2025, 03:06 PM IST
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UPSC Success Story of Gahana Navya James: यूपीएससी परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. हर साल लाखों की संख्या में उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही इस परीक्षा को पास कर पाते हैं. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी कैंडिडेट की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा को बिना किसी कोचिंग के सहाने के पास कर लिया, और छठी रैंक हासिल की, लेकिन वह आईएएस अफसर नहीं बनीं, जानें क्या है वजह..

हासिल की छठी रैंक
हम बात कर रहे हैं गहना नव्या जेम्स की, जिन्होंने साल 2022 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया छठी रैंक हासिल की. वह कोट्टायम जिले के रहने वाली हैं. उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में एमए किया है. वहीं, अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई अल्फोंसा कॉलेज से इतिहास विषय से की थी. 

दूसरे प्रयास में मिली सफलता
इसके अलावा उन्होंने यूजीसी नेट परीक्षा भी पास की और जूनियर रिसर्च फेलोशिप हासिल की. इसके बाद उन्होंने इंटरनेशनल रिलेशन में PhD करने का फैसला लिया. वहीं, यूपीएससी की बात करें तो उन्होंने बिना किसी कोचिंग के इस कठिन परीक्षा को पास किया है. हालांकि, ये सफलता उन्हें दूसरे प्रयास में मिली, लेकिन उन्होंने हार ना मानते हुए दोबारा प्रयास किया छठी रैंक के साथ इस परीक्षा का पास करके झंडा गाढ़ दिया. 

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जानें वजह
मीडिया से बातचीत में गहना ने बताया कि उन्होंने पढ़ाई के लिए अखबारों और इंटरनेट का इस्तेमाल किया.वह बचपन से ही अखबार पढ़ती आ रही थीं, जिसने उन्हें काफी मदद मिली. इसके अलावा वह रोजाना करंट अफेयर्स भी पढ़ती हैं. हालांकि, सवाल ये उठता है कि छठी रैंक के साथ वह आईपीएस क्यों नहीं बनीं. दरअसल, गहना IAS बनने के लिए पूरी तरह से योग्य थीं, लेकिन उन्होंने आईएएस के बजाय IFS को चुना. इसके पीछे उनकी प्रेरणा उनके चाचा रहे. उनके चाचा 1993 बैच के एक IFS अधिकारी और वर्तमान में जापान में भारत के राजदूत हैं.

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