Fully Literate State Goa: गोवा देश का पहला ऐसा राज्य बना है, जहां की साक्षरता 100% हो गई है. इस ऐतिहासिक उपलब्धि की घोषणा मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के द्वारा 39वें गोवा राज्य दिवस के अवसर पर की गई. जो हर साल 30 मई को मनाया जाता है. मुख्यमंत्री ने कहा " यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, गोवा ने खुद को पूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया है, जो देश के बाकी हिस्सों के लिए प्रेरणा का केंद्र बन गया है. उन्होंने आगे कहा समावेशी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में राज्य की यात्रा में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.
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इस अवसर पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा, "नई प्रगति, NEP 2020 के साथ शिक्षा क्षेत्र को मजबूत करने के हमारे निरंतर सामूहिक प्रयासों ने परिणाम दिए हैं". "जन-जन साक्षर" के आदर्श वाक्य के साथ, यह पहल 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के प्रत्येक नागरिक को आजीवन शिक्षा प्रदान करने में सहायक रही, जिसमें सेवानिवृत्त शिक्षकों, NSS इकाइयों, शिक्षक-प्रशिक्षण कॉलेजों के छात्रों और क्षेत्र-स्तरीय शिक्षा पेशेवरों सहित स्वयंसेवकों का एक विशाल नेटवर्क जुटाया गया."
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गोवा दिवस
बता दें, 30 मई को हर साल गोवा राज्य दिवस मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था. 30 मई, 1987 को गोवा को केंद्र शासित प्रदेश से हटाकर भारत का 25वां राज्य घोषित किया गया था. इससे पहले गोवा राज्य नहीं केंद्र शासित प्रदेश था. जानकारी के लिए बता दें, गोवा की साक्षरता दर पहले 94% थी, लेकिन न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम (NILP) के तहत इस लक्ष्य को अब पूरा कर लिया गया है. वहीं, गोवा से पहले मिजोरम की साक्षरता देश में सबसे ज्यादा थी. मिजोरम ने केरल को पीछे छोड़ते हुए अपना स्थान पहले नंबर पर 98.2 प्रतिशत साक्षरता दर के साथ बनाया था, लेकिन अब गोवा देश का इकलौता पूर्ण रूप से साक्षर देश बन गया है.
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