IPS Karthik Madhira Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा क्रैक करने का सपना लाखों युवा देखते हैं, लेकिन उसे कुछ ही उम्मीदवार क्रैक कर पाते हैं, क्योंकि यह परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. जिसे हर साल आयोजित किया जाता है. कुछ उम्मीदवार इस परीक्षा को पहले ही अटेंप्ट में क्रैक कर लेते हैं, तो कई सालों साल प्रयास करने के बाद भी सफल नहीं हो पाते हैं. ऐसे में आइए आज हम आपको एक ऐसे यूपीएससी उम्मीदवार के बारे में बताते हैं, जिन्होंने अंडर-19 क्रिकेट खेलने के बाद यूपीएससी क्रैक किया और आईपीएस अधिकारी बन गए.
IPS कार्तिक मधिरा
हम बात कर रहे हैं आईपीएस कार्तिक मधिरा की, जो अंडर-13 से लेकर अंडर-15, अंडर-17 और अंडर-19 लेवल पर क्रिकेट खेल चुके हैं, लेकिन उसके बाद उन्होंने देश की सेवा का मन बनाया और यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा क्रैक कर आईपीएस बन गए. कार्तिक मधिरा मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले हैं. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई वहीं से की. इसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (JNTU) से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. आईपीएस बनने से पहले कार्तिक ने छह महीने एक कंपनी में नौकरी की, लेकिन इसके बाद उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा की तैयारी का मन बनाया और उसे क्रैक किया.
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चौथे अटेंप्ट में बनें IPS
यूपीएससी क्रैक करना कार्तिक के लिए आसान नहीं था. पहले तीन अटेंप्ट उनके हाश सिर्फ निराशा और हार लगी, लेकिन उन्होंने हौसला बनाया रखा और चौथे अटेंप्ट के लिए एक बार फिर तैयारी शुरू की. चौथे अटेंप्ट में कार्तिक की मेहनत रंग लाई. उन्होंने UPSC CSE 2019 में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 103वीं हासिल की. उनका चयन आईपीएस के लिए हुआ. उन्हें महाराष्ट्र कैडर मिला है. फिलहाल वह लोनावला में एएसपी के पद पर कार्यरत हैं.
क्रिकेट छोड़ने की वजह
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार्तिक ने पर्सनल रीजन और चोट के कारण क्रिकेट में शानदार करियर बनाने को छोड़ एक अलग राह चुनी और यूपीएससी क्रैक किया. हालांकि, आज भी जब उन्हें समय मिलता है वो क्रिकेट खेलते हैं. क्रिकेट के प्रति उनका लगाव आज भी जिंदा है.
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