Who is IPS Suman Nala: गुजरात के बनासकांठा आदिवासी इलाके में करीब एक दशक से भी ज्यादा समय से सामाजिक बहिष्कार झेल रहे 29 परिवारों की आखिरकार घर वापसी हो गई है. ये सब कुछ संभव हो पाया है सब प्रोबेशनरी आईपीएस अधिकारी सुमन नाला की कोशिशों की वजह से, जिसकी वजह से वह लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं. चलिए अब आपको बताते हैं सुमन नाला कौन हैं और वह कहां से पढ़ी-लिखी हैं.
कौन हैं आईपीएस सुमन नाला ?
साल 2012 में आईपीएस सुमन नाला ने बिट्स पिलानी से कंप्यूटर साइंट में बीटेक की डिग्री हासिल की है. उन्होंने 3 सालों तक ओरेकल में काम भी किया है. हालांकि, उनका सपना सिविल सेवा में जाने का था. ऐसे में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.
चौथे प्रयास में पास की यूपीएससी
उन्होंने 2016 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी, मेंस में वह असफल हो गई. वहीं, साल 2017 में वह इंटरव्यू राउंड तक पहुंची, लेकिन फाइनल लिस्ट में अपनी जगह नहीं बना पाई. इसके बाद उन्होंने 2018 में फिर से प्रयास किया, लेकिन वह असफल रहीं, लेकिन 2019 में कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने एग्जाम दिया और 508वीं रैंक से यूपीएससी क्रैक किया और आईपीएस बनीं.
गुजरात में ही कार्यरत हैं
सुमन नाला ने साल 2019 में चौथे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा को पास किया. उन्हें 508वीं रैंक मिली थी. उनका सेलेक्शन आईपीएस के लिए किया गया. साल 2021 में उनका कैडर झारखंड था. वहीं, गुजरात कैडर के आईपीएस ओम प्रकाश जाट से उनकी शादी हो गई, जिसकी वजह से उनका तबादला गुजरात कैडर में कर दिया गया. तब से वह गुजरात में ही कार्यरत हैं.
क्यों हो रही चर्चा ?
जानकारी के अनुसार, युवा प्रोबेशनरी ऑफिसर सुमन नाला ने बनासकांठा के 29 परिवारों के 12 साल के सामाजिक बहिष्कार को समाप्त किया है. उनके प्रयासों के कारण आज इन परिवारों को एक नया जीवन मिला है.