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CUET-UG रिजल्ट 2024 में देरी के कारण JNU-DU लेंगे एक्सट्रा क्लास, विंटर ब्रेक भी होगा कम

JNU and DU: जेएनयू के एक सीनियर ऑफिशियल ने कहा कि सीयूईटी यूजी 2024 रिजल्ट की घोषणा में देरी से यूनिवर्सिटी को हर सप्ताह शनिवार की एक्सट्रा क्लास पर निर्भर रहना पड़ेगा और सिलेबस पूरा करने के लिए सर्दियों की छुट्टियों में भी कटौती करनी पड़ेगी.

CUET-UG रिजल्ट 2024 में देरी के कारण JNU-DU लेंगे एक्सट्रा क्लास, विंटर ब्रेक भी होगा कम
Kunal Jha|Updated: Jul 15, 2024, 10:33 PM IST
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CUET-UG 2024: सीयूईटी यूजी 2024 के रिजल्ट में हो रही देरी के कारण जेएनयू (JNU) और डीयू (DU) समेत दिल्ली की तमाम यूनिवर्सिटी ने फर्स्ट ईयर के नए सेशन में सप्ताह के आखिर में कक्षाएं आयोजित करने और सर्दियों की छुट्टियों को कम रखने की योजना बनाई है.

वहीं, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने रविवार 19 जुलाई को 1,000 से अधिक सीयूईटी यूजी उम्मीदवारों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करने की घोषणा की है. छात्रों को गलत प्रश्नपत्र बांटे जाने और समय के नुकसान के कारण यह परीक्षा दोबारा आयोजित की जा रही है. 

हालांकि, एजेंसी ने रिजल्ट की घोषणा के बारे में स्पष्ट नहीं किया है, जिसे मूल रूप से 30 जून को जारी किया जाना था, और अब इसमें दो सप्ताह से अधिक की देरी भी हो गई है. इसके अलावा सीयूईटी यूजी 2024 की फाइनल आंसर की अभी तक नोटिफाई नहीं की गई है.

जेएनयू के एक सीनियर ऑफिशियल ने कहा कि रिजल्ट की घोषणा में देरी से छात्रों के सभी बैचों के लिए इंटीग्रेटेड एकेडमिक कैलेंडर जारी करने की यूनिवर्सिटी की योजना प्रभावित होगी. अधिकारी ने कहा कि यूनिवर्सिटी को हर सप्ताह शनिवार की एक्सट्रा क्लास पर निर्भर रहना पड़ेगा और सिलेबस पूरा करने के लिए नुकसान हुए समय की भरपाई के लिए अपनी सर्दियों की छुट्टियों में कटौती करनी पड़ेगी.

उन्होंने आगे कहा "सप्ताह में पांच दिन के बजाय, हमें सप्ताह में 6 दिन पढ़ाना पड़ सकता है और सिलेबस को पूरा करने के लिए शनिवार का उपयोग करना पड़ सकता है. अगर आवश्यकता हुई तो हम सर्दियों की छुट्टियों को कम करने पर भी विचार करेंगे."

अधिकारी ने कहा "जेएनयू ने एडमिशन प्रोसेस में समरूपता लाने के लिए इस साल से सभी बैचों के लिए एक इंटीग्रेटेड एकेडमिक कैलेंडर जारी करने की योजना बनाई थी. कोविड-19 महामारी के दौरान सामने आई चुनौतियों के कारण इस प्रथा को बंद कर दिया गया था. बाकी रिजल्ट की तारीख की घोषणा होने के बाद ही चीजें स्पष्ट हो पाएंगी."

अंबेडकर यूनिवर्सिटी की कुलपति अनु सिंह लाठर ने कहा "हम भी शाम और सप्ताह के अंत में एक्सट्रा क्लास लेने की योजना बना रहे हैं और अगर आवश्यक हुआ तो देरी की भरपाई के लिए छुट्टियां कम की जाएंगी.

उन्होंने आगे कहा "दोबारा परीक्षा के कारण लगभग दो सप्ताह की देरी होगी. मुझे नहीं लगता कि यह बहुत ज्यादा समय है और कुछ एक्सट्रा क्लास के साथ आसानी से इसकी भरपाई की जा सकती है."

लाथर ने कहा, "मूल रूप से, फर्स्ट ईयर के छात्रों के लिए सेशन 1 अगस्त से शुरू होना था, लेकिन अगर अगले दो सप्ताह में रिजल्ट घोषित नहीं किए जाते हैं, तो हम सप्ताह के अंत पर रेगुलर क्लास के बाद शाम को उनके लिए एक्सट्रा क्लास आयोजित करेंगे और छुट्टियों की संख्या भी कम कर देंगे." 

उन्होंने कहा कि बाकी छात्रों के लिए कक्षाएं निर्धारित तारीख के अनुसार शुरू होंगी.

दिल्ली विश्वविद्यालय में, अधिकारियों ने कहा कि देरी के कारण फर्स्ट ईयर के छात्रों का एकेडमिक कैलेंडर निर्धारित तारीख से बाद समाप्त होगा. 

डीयू के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने कहा कि बाकी छात्रों के लिए शेड्यूल सामान्य रहेगा और उनकी कक्षाएं 1 अगस्त से शुरू होंगी. पिछले सप्ताह की शुरुआत में, डीयू ने सेकेंड ईयर के छात्रों के लिए चार दिनों के विंटर ब्रेक के साथ अपने एकेडमिक कैलेंडर को अधिसूचित किया था. हालांकि, विश्वविद्यालय ने छोटे विंटर ब्रेक के पीछे का कारण नहीं बताया था.

इस बीच, आईपी यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने कहा कि देरी से उनके एडमिशन प्रोसेस प्रभावित नहीं होंगे क्योंकि वे अपने आखिरी राउंड में सीयूईटी के माध्यम से एडमिशन लेते हैं और उम्मीद है कि तब तक रिजल्ट घोषित हो जाएंगे.

आईपी ​​यूनिवर्सिटी के कुलपति महेश वर्मा ने कहा, "हम प्रोफेशनल कोर्स के लिए नेशनल लेवल के एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन लेते हैं. हमारे पास अपनी खुद का इन-हाउस एंट्रेंस एग्जाम भी है. इन माध्यमों से एडमिशन पूरा होने के बाद हम बाकी सीटों को CUET के माध्यम से भरते हैं. उस समय तक, CUET के स्कोर आ चुके होंगे, इसलिए हमारे एडमिशन प्रभावित नहीं होंगे."

जामिया मिलिया इस्लामिया की ओर से इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है, जो अपने कुछ कोर्स के लिए CUET के माध्यम से यूजी एडमिशन भी लेता है.

जबकि डीयू और अंबेडकर यूनिवर्सिटी अपने ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन लेने के लिए पूरी तरह से CUET स्कोर पर निर्भर हैं, JNU, जामिया और IP यूनिवर्सिटी जैसे विश्वविद्यालय या तो सेलेक्टेड कोर्स के लिए स्कोर स्वीकार करते हैं या उनका अपना एंट्रेंस सिस्टम है.

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