Why Cloudburst Happen: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार को बादल फटा है, जिसकी वजह से काफी ज्यादा तबाही हुई. कई लोगों की मौत भी हो गई है. इस बीच आप लगातार एक शब्द सुन रहे होंगे या फिर पढ़ रहे होंगे. वो शब्द है Cloudburst यानी कि बादल फटना, लेकिन क्या आपको पता है क्यों बादल फटता है? क्या है इसकी पीछे की वजह..अक्सर ऐसे सवाल प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पूछे जाते हैं. चलिए इस खबर में आपको बताते हैं इस क्वेचन का आंसर..
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पलक झपकते बादल फटने से आज उत्तरकाशी में सारा का सारा इलाका बह गया.मकान ताश की पत्तों की तरह बह गए. ना जाने कितने लोग लापता है. हालांकि, ये पहली बार नहीं है. हर साल पहाड़ियों पर तबाही के मंजर देखने को मिलते हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है आखिर पहाड़ी क्षेत्रों में इतने ज्यादा बादल क्यों फटते हैं.
वैसे बादल फटने की अलग-अलग जगहों पर अपनी कुछ ना कुछ अलग वजह हो सकती है. इसकी कोई ऐसी परिभाषा नहीं जो इस शब्द के पीछे की वजह को पूरा बता पाए. जैसे अगर किसी एक क्षेत्र में 20-30 वर्ग किमी दायरे में एक घंटे में 100 मिलीमीटर बारिश होती है तो उसे बादल फटना कहा जाता है. हालांकि, ये आम बोलचाल की भाषा में कहते हैं.
लेकिन जैसे आज उत्तरकाशी में बादल फटा वो मंजर कुछ और ही था. दरअसल, पहाड़ी इलाकों में बादल पानी के रूप में परिवर्तित होकर तेजी से बरसना शुरू कर देते हैं. आसान भाषा में आपको बताएं तो जब वातावरण में नमी और गर्मी का लेवल काफी बढ़ जाता है तो गर्म हवाएं बादल को ऊपर की ओर ले जाती हैं. ऐसे में बादल ऊपर ठंड हवाओं के संपर्क में आ जाते हैं और बादल ठंडा हो जाता है. ऐसे में बादल में जमी नमी या फिर वाटल वेपर तेजी से पानी की बूंदों में बदल जाती हैं और फिर तेज से बारिश होने लगती है.