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23 की उम्र में बनीं मां, फिर पिता के सपने के लिए 32 की उम्र में बिना कोचिंग 150 रैंक के साथ पास की UPSC

UPSC Success Story: अगर आप भी यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं तो ये खबर आपको  जरूर पढ़नी चाहिए. आईएएस मिननू जोशी ने घर, परिवार और बच्चों के साथ इस कठिन परीक्षा को पास किया है. 

23 की उम्र में बनीं मां, फिर पिता के सपने के लिए 32 की उम्र में बिना कोचिंग 150 रैंक के साथ पास की UPSC
Muskan Chaurasia|Updated: Jun 21, 2025, 03:08 PM IST
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IAS Minnu Joshy UPSC Success Story: वैसे तो आज के समय में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है, लेकिन कई बार क्या होता कि वह घर, परिवार और जिम्मेदारियों के कारण अपने सपने को पीछ छोड़ देती हैं. ऐसा ही कुछ हुआ मिन्नू जोशी के साथ हालांकि, उन्होंने खुद को रोका नहीं बल्कि एक ठहराव के पास देश की इस कठिन परीक्षा को पास करके कमाल कर दिया. पढ़ें उनकी सफलता की कहानी..

पिता के सपने को किया पूरा 
मिन्नू केरल के एक छोटे से गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता राज्य पुलिस में अधिकारी थे लेकिन ड्यूटी के दौरान उनका देहांत हो गया, लेकिन पिता की इच्छा थी कि उनकी बेटी एक दिन देश की सेवा एक अधिकारी बनकर करें. ऐसे में बेटी ने पिता के इस सपने को पूरा करने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली.

पढ़ाई के साथ की नौकरी
हालांकि, पिता की मृत्यु के बाद वह उनकी जगह पुलिस विभाग में क्लर्क बनीं. इस दौरान उन्होंने केरल विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में मास्टर्स की डिग्री हासिल की. वहीं, नौकरी के साथ-साथ उन्होंने UPSC की तैयारी करना भी शुरू कर दिया था. बता दें, इस दौरान उनकी शादी हो चुकी थीं और एक बच्चे की मां भी थी, लेकिन उन्होंने घर की जिम्मेदारियों के नौकरी और पढ़ाई भी की. 

150वीं रैंक की हासिल
जानकारी के अनुसार, उन्होंने साल 2015 में UPSC की तैयारी शुरू की और कई सालों की मेहनत के बाद उन्होंने 150वीं रैंक के साथ सिविल सेवा परीक्षा पास की. सबसे खास बात ये रही की उन्होंने ये परीक्षा बिना किसी कोचिंग खुद की मेहनत से क्लियर किया, जिसमें उनके परिवार वालों ने उनका पूरा साथ दिया. 

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मिन्नू जोशी की कहानी हर उस महिला को ये सीख देती है कि घर की जिम्मेदारियों और बच्चों के कारण अपने सपने को ना भूले बल्कि मेहनत करके सपने के प्रति लगातार काम करें. 

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