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पिता ठेले पर बेचते सब्जी, मां ने गिरवी पर रख दिए सोने के जेवर; बेटी UPSC क्रैक करके बनीं IAS

IAS Swati Mohan Rathod Success Story: पढ़ें स्वाति मोहन राठौड़ की सफलता की कहानी जिन्होंने हार नहीं मानते हुए पांचवीं प्रयास में यूपीएससी परीक्षा को पास किया. 

पिता ठेले पर बेचते सब्जी, मां ने गिरवी पर रख दिए सोने के जेवर; बेटी UPSC क्रैक करके बनीं IAS
Muskan Chaurasia|Updated: Jul 25, 2025, 08:41 PM IST
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Swati Mohan Rathod Success Story: हर साल लाखों की संख्या में कैंडिडेट्स यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होते हैं. वहीं, कुछ इस परीक्षा को पास कर लेते हैं, तो कुछ दोबारा इस परीक्षा को पास करने के लिए मेहनत करते हैं, लेकिन हर सफलता और असफलता के पीछे कुछ ना कुछ कहानी होती जो, आपके लिए प्रेरणा का जरिया बनती है. ऐसी ही कुछ कहानी है स्वाति मोहन राठौड़ की, जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा को तमाम मुश्किलों के बावजूद हान ना मानते हुए क्रैक किया. 

मुश्किलों से हार नहीं मानी
हम बात कर रहे हैं महाराष्ट्र के सोलापुर में रहने वाली स्वाति मोहन राठौड़ की, जिन्होंने यूपीएससी 2023 की परीक्षा को पास किया. उनकी रैंक 492वीं आई थी. स्वाति के पिता ठेले पर सब्जी बेचते हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब थी. हालांकि, इन मुश्किलों के बावजूद स्वाति ने अपने सपने को टूटने नहीं दिया. उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के लिए लगातार मेहनत की. 

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मां ने जेवर गिरवी पर रख दिए
मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि उनकी पढ़ाई में कोई दिक्कत ना आए इसके लिए उनकी मां ने अपने जेवन गिरवी पर रख दिए थे, लेकिन उन्होंने कभी भी इस बात का बोझ मुझपर नहीं डाला. स्वाति ने बताया कि पिता की थोड़ी कमाई से घर चलता था. ऐसे में पैसों को लेकर पढ़ाई में जब दिक्कत होने लगी तो मां ने अपने गहने गिरवी रखकर रुपयों का इंतजाम किया.  

पांचवीं प्रयास में क्रैक की यूपीएससी 
स्वाति की पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने मुंबई के सरकारी स्कूल से अपनी पढ़ाई की है. इसके बाद वह परिवार के साथ सोलापुर चली गईं. यहां उन्होंने वालचंद कॉलेज से भूगोल में मास्टर्स की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. हालांकि, उन्होंने पांचवीं प्रयास में यूपीएससी परीक्षा को पास किया और आईएएस बनीं. उनका मानना है कि हर किसी को समस्याओं से ज्यादा समाधान पर ध्यान देना चाहिए.

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