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बचपन में उठ गया सिर से पिता का साया! मां ने की दूसरी शादी, बिना घर-परिवार अकेले संघर्ष करके बनीं IITian

IITian Mousam Kumari Success Story: पढ़ें मौसम कुमारी की सफलता की कहानी, जिन्होंने बिना घर, परिवार के आईआईटी तक का सफर अकेले तय किया.   

बचपन में उठ गया सिर से पिता का साया! मां ने की दूसरी शादी, बिना घर-परिवार अकेले संघर्ष करके बनीं IITian
Muskan Chaurasia|Updated: Jun 29, 2025, 07:15 AM IST
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Success story: कहते हैं जब सारे बंद हो जाते हैं, तो भगवान पर भरोसा और मेहनत आपको आपके मंजिल तक पहुंचा ही देता है. बस फर्क इतना होता है कि कुछ इन बंद रास्तों को अपनी हार समझकर बैठ जाते हैं, तो वहीं कुछ इन बंद रास्तों में भी अपने लिए एक जगह बनाकर आगे बढ़ने का निरंतर प्रयास करते हैं और सफलता हासिल करते हैं. ऐसी ही एक कहानी आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, जिसने ये साबित कर दिया कि जीवन में आपके पास कुछ भी ना हो तो भी आप अपनी मेहनत से बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं. 

हम बात कर रहे हैं मौसम कुमारी कि, जिन्होंने छोटी उम्र, बड़े जख्म अपनी जिंदगी में देखे हैं. जब ज्यादातर बच्चे बोलना सीख रहे होते हैं. मौसम ने अपने पिता को खो दिया. वहीं, पिता के निधन के बाद मां ने दूसरी शादी कर ली. ऐसे में मौसम को माता-पिता का सुख नहीं मिला, लेकिन दादी और चाचा ने मां-बाप दोनों की कमी पूरी करने की कोशिश की और मौसम की परवरिश की.  

अपना कोई घर नहीं 
हालांकि, सफर आसान नहीं था 10वीं परीक्षा से पहले मौसम की दादी भी गुजर जाती हैं, जिसके बाद मौसम की दुनिया बिल्कुल बदल सी गई. उन्हें ऐसा लगा कि अब उनका कोई भी नहीं है. वहीं, कभी एक चाचा तो कभी दूसरे चाचा के घर वह रुकती थी, तो कभी बुआ के पास, लेकिन एक टाइम पर उन्हें एहसास हुआ कि अब उनका कोई घर या परिवार नहीं है. 

दसवीं में टॉप किया
हालांकि, दादी के निधन से पहले उन्होंने सोच लिया था कि आगे IIT जाना है और दादी को दुनिया दिखानी है. वो जानती थीं कि ये रास्ता आसान तो नहीं होगा, लेकिन सपना पूरा जरूर करना है, लेकिन जैसा सोचो उस हिसाब से सारी चीजें कहां ही होती हैं. दादी के देहांत के बाद उन्होंने खुद का संभाला और हार ना मानकर पढ़ाई की और दसवीं में टॉप किया.

स्कॉलरशिप से मिली मदद
इसके बाद मौसम ने IIT की तैयारी शुरू हुई, लेकिन तभी COVID-19 ने पूरे देश में दस्तक दे दी. ऐसे में सब कुछ ऑनलाइन हो गया. हालांकि, मौसम ने कड़ी मेहनत के जेईई परीक्षा पास करके  IIT गुवाहाटी में अपनी जगह बनाई. आगे की पढ़ाई के लिए मौसम को पैसो को जरूरत थी, ऐसे में उन्हें व्हाट्सएप पर एक स्कॉलरशिप की खबर मिली, जिसके लिए मौसम में अप्लाई किया और किस्मत से उसमें सफलता भी मिली.  

दुनिया देखना और घूमना चाहती हैं 
इस स्कॉलरशिप से उन्हें सिर्फ पढ़ाई ही नहीं बल्कि रहने-खाने पीने में भी काफी मदद मिली. वहीं, उन्होंने अपने दोस्तों को ही घर मान लिया था. वहीं, अब वो IIT से ग्रेजुएट होने जा रही हैं और उन्हें एक ग्लोबल प्राइवेट बैंक में हाई-पेइंग जॉब भी मिल चुकी है. मीडिया से बात करते हुए मौसम ने कहा कि वह अपने सपनों को उड़ान देना चाहती हैं, दुनिया देखना और घूमना चाहती हैं और एक ऐसा घर बनाना चाहती हैं, जिसमें सिर्फ अपनापन हो. 

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