NEET Success Story of Madhuri reddy: एनटीए ने आज यानी 14 जून को नीट यूजी परीक्षा 2025 की फाइनल आंसर की जारी कर दी है. ऐसे में अब लाखों छात्रों की परीक्षा के नतीजे का इंतजार है. ऐसे में इस खबर में हम आपके लिए लेकर आए हैं साल 2019 में नीट परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करने वाली माधुरी रेड्डी की सफलता की कहानी, जिन्होंने कड़ी मेहनत से परीक्षा को सिर्फ पास ही नहीं किया बल्कि टॉप रैंक में अपनी जगह बनाई.
नीट में 720 में से 695 अंक किए हासिल
हम बात कर रहे हैं हैदराबाद की माधुरी रेड्डी की, जिन्होंने बचपन में डॉक्टर बनने का सपना देखा और उसी ओर फिर वह चल पड़ी. बता दें, उन्होंने साल 2019 के नीट रिजल्ट यानी नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (NEET) में 7वीं रैंक हासिल की है. उन्होंने 720 में से 695 अंक हासिल किए हैं. जानकारी के अनुसार, माधुरी ने महिला वर्ग में पहले स्थान पर और कुल मिलाकर 7वां रैंक हासिल किया.
रोजाना 10-12 घंटे की पढ़ाई
सबस बड़ी बात तो ये है कि इस परीक्षा के लिए उन्होंने कक्षा 7 से ही तैयारी शुरू कर थी. उन्होंने क्लास 7 में ही मेडिकल की तैयारी के लिए एक फाउंडेशन कोर्स में दाखिला लिया. एक प्राइवेट कोचिंग इंस्टिट्यूट में पढ़ते हुए, उन्होंने मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ने का फैसला किया. मीडिया इंटरव्यू में माधूरी ने बताया कि वह NEET की तैयारी के लिए रोजाना 10-12 घंटे तक पढ़ाई करती थीं. वहीं, इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता और टीचर को दिया. उनके परिवार ने माधूरी के इस सपने को पूरा करने के लिए हमेशा मार्गदर्शन दिया.
सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) और जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) के लिए भी एंट्रेंस एग्जाम दिए. माधूरी की ये सफलता की कहानी युवाओं को ये सीख देती है कि अगर कोई इंसान अपने लक्ष्य को पाने के लिए पूरी तरह से तैयारी करे तो सफलता जरूर मिलती है.