Umayma Malbari NEET Success Story: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है, जिसमें सफलता हासिल करना बहुत बड़ी उपलब्धि के साथ गर्व की बात होती है. हर साल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा का उद्देश्य देश के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में योग्य उम्मीदवारों को सामान्य रूप से प्रवेश देना है. ऐसे में चलिए हम आपको एक ऐसी नीट उम्मीदवार के बारे में बताते हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने के लिए न सिर्फ नीट यूजी में सफलता हासिल की. बल्कि, ऑल इंडिया रैंक 52वीं भी प्राप्त किया.
माता-पिता डॉक्टर
हम बात कर रहे हैं उमायमा मालबारी (Umayma Malbari) की, जो मूल रूप से मुंबई की रहने वाली है. उमायमा के पिता का नाम डॉ. अकील मालबारी हैं, जो पेशे से एक जनरल फिजिशियन हैं. वहीं, उनकी मां का नाम डॉ. इंसिया मालबारी हैं, वो भी एक बाल रोग विशेषज्ञ हैं. डॉक्टर माता-पिता की बेटी उमायमा का भी छोटी सी उम्र से सपना था कि वो आगे चलकर डॉक्टर बने. उमायमा बचपन से ही पढ़ने-लिखने में काफी होशियार थी. उन्होंने ICSE बोर्ड में 98.7% अंक हासिल किए थे.
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रोजाना 11 घंटे की पढ़ाई
नीट की तैयारी के लिए उमायमा डेली 11 घंटे की पढ़ाई किया करती थी. उनके इस सफर में उनके माता-पिता ने उनका काफी सहयोग किया. माता-पिता के सहयोग और उमायमा की लगन का परिणाम रहा कि उन्होंने पहले ही अटेंप्ट में नीट यूजी 2024 की परीक्षा में सफलता हासिल की. उन्होंने 720 में से 715 अंक के साथ ऑल इंडिया रैंक 52वां प्राप्त किया. नीट में बेहतरीन प्रदर्शन के बलबूते उमायमा ने किंग एडवर्ड मेमोरियल अस्पताल और सेठ गोर्धनदास सुंदरदास मेडिकल कॉलेज में अपनी जगह बनाई. जो महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में स्थित है और देश की सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में से एक है.
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