Aashi Singh NEET Topper: एनटीए (NTA) ने शनिवार को नीट यूजी 2025 परीक्षा (NEET UG Result 2025) के नतीजे जारी कर दिए हैं. रिजल्ट के साथ टॉप रैंक होल्डर की लिस्ट भी जारी कर दी गई है. इस परीक्षा में राजस्थान के महेश कुमार ने रैंक 1 हासिल की है. इस खबर में हम बात करेंगे आशी सिंह, जिन्होंने नीट परीक्षा में 12वीं रैंक हासिल की है. पढ़ें कैसे उन्होंने इस बड़ी उपलब्धि को हासिल किया.
हम बात कर रहे हैं पटना बिहार की रहने वाली आशी सिंह, जिन्होंने नीट परीक्षा में 12वीं रैंक हासिल कर परिवार का नाम रोशन किया है. उनके पिता संजीव कुमार मर्चेंट नेवी में काम करते हैं. मां हाउसवाइफ है. आशी की एक छोटी बहन भी है जो क्लास 6 में पढ़ती है.
बचपन में मैथ्स था फेवरेट सब्जेक्ट
आशी की कहानी काफी दिलचस्प है. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें बचपन से मैथ्स पढ़ना पसंद था. वो इंटरनेशनल मैथमेटिक्स ओलंपियाड में भी भाग ले चुकी हैं. हालांकि जब वो कक्षा 9वीं और 10वीं में पहुंची तो उनका ध्यान मैथ से बॉयो के तरफ हुआ और तब से ही आशी ने ठान लिया कि उन्हें डॉक्टर बनना और नीट की तैयारी करनी है.
खुद को भी देती हैं समय
उन्होंने कोटा जाकर एक कोचिंग ज्वाइन की और नीट परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. इसके अलावा वह रोजाना जो भी कोचिंग में पढ़ाया जाता था, उसे वह घर आकर पहले रिवाइज करती थी. अगर कुछ समझ नहीं आता तो अपने दोस्तों से पूछती थी या फिर उसे नोट करके अगले दिन टीचर से पूछती थीं. हालांकि, इन सब के अलावा आशी अपने लिए 1-2 घंटे का समय निकालती थी. इस दौरान वह गाने सुनती, घर पर बात करती, अपने बहन से सारी बाते शेयर करना उन्हें पंसद है.
नीट परीक्षा टॉपर टिप्स
आशी ने बताया कि इस सफलता का सबसे बड़ा राज है डेली रिवीजन और सेल्फ एनालिस्स. ये उनकी सबसे बड़ी ताकत है. वो हर जो भी कोचिंग से पढ़कर आती थी, उसे पहले रिवाइज करती थी. इसकी वजह से पीछे की पढ़ाई उन्हें याद रहती और ये परीक्षा पास करने के लिए सबसे जरूरी चीज है कि आपको पुरानी चीजें साथ-साथ याद रहें. आशी जैसे-जैसे नया टॉपिक शुरू होता था. वह रोजाना उस विषय को शुरू से रिवाइज करती थीं.
वहीं, रेगुलर टेस्ट में मिले नंबर की वो एनालिसिस करती थीं और जहां गलतियां होती उसे वह सही करती थीं और अपने कमियों पर काम करती. साथ ही ये चेक करती थीं कि क्या ये गलतियां उनसे बार-बार तो नहीं हो रही हैं. अगर ऐसा है तो उन्हें और पढ़ाई पर ध्यान देने की जरूरत है.
दिल्ली एम्स से पढ़ना है सपना
आशी ने बताया कि उनका सपना है कि वह उन्हें अपने ड्रीम कॉलेज यानी दिल्ली एम्स में एडमिशन मिल जाए. अपने इस सपने के लिए उन्होंने दिन-रात एक करक पढ़ाई की और 12वीं रैंक हासिल की. इस बड़ी सफलता पर आशी ने अपने टीचर और परिवार वालों को इसका श्रेय दिया. साथ ही आशी ने बताया कि केवल हार्ड वर्क और लगातार प्रयास ही आपको जीवन में सफलता दिला सकता है.