Kavita Kiran UPSC Success Story: हर दिन हम आपके लिए यूपीएससी में सफलता हासिल किए कैंडिडेट्स की कहानी लेकर आते हैं. ऐसे में आज की इस खबर में पढ़िए एक ऐसी कैंडिडेट की कहानी, जिन्होंने बिना किसी को बताए यूपीएससी के लिए फॉर्म भर दिया और जब रिजल्ट आया तो हर कोई देखकर दंग रह गया.
माता-पिता हो गए सरप्राइज
हम बात कर रहे हैं यूपी के मऊ जिला की रहने वाली कविता किरन की, जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 586 रैंक हासिल किया है. वो कहते हैं ना कि कुछ प्रतिभाएं ऐसी होती है, जो पहले नहीं बल्कि बाद में शोर मचाती हैं. ऐसी ही कुछ कहानी कविता की है. दरअसल, कविता ने बिना घर वालों को बताए ही यूपीएससी का फॉर्म भर दिया और परीक्षा भी दे दी. सबसे खास बात ये हुई कि उनका सेलेक्शन भी हो गया. ऐसे में जब इस बात की जानकारी परिवार वालों को मिली, तो सब हैरान रह गए क्योंकि उन्हें इस बात का जरा भी एहसास नहीं था कि कविता ने ये परीक्षा दी है. इस रिजल्ट को देख कविता के माता-पिता सरप्राइज हो गए.
पिता हैं वकील
कविता के पिता पेशे से वकील है. वह डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन मऊ के पूर्व मंत्री भी रहे हैं. ऐसे में उनकी बेटी ने देश की इस कठिन परीक्षा को पास करके उनका नाम रोशन कर दिया है. कविता की स्कूली पढ़ाई मऊ से ही हुई है. इंटरमीडिएट रकी पढ़ाई के लिए वह दिल्ली चली गईं. इसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन किया और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पोस्ट ग्रेजुएशन किया. वहीं, उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और बॉम्बे में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस में एडमिशन लिया.
जानकारी के अनुसार, कविता ने जेआरएफ और नेट की परीक्षा भी दी है. इस एग्जाम को पास करके वह जेएनयू में रिसर्च करने लगीं. वहीं, उनके छोटे भाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ के पढ़ाई करके सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर रहे हैं.
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दूसरे प्रयास में मिली सफलता
बता दें, कविता का यूपीएससी में ये दूसरा प्रयास था. पहली बार साल 2022 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी थी, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई थी. हालांकि, इस बार कड़ी मेहनत और लगन ने उन्हें मंजिल तक पहुंचा ही दिया.