trendingNow12809771
Hindi News >>शिक्षा
Advertisement

UPSC Success Story: एक IPS ऐसा भी! कम नंबर के चलते स्कूल से निकाला, लेकिन नहीं मानी हार, पहले अटेंप्ट में UPSC क्रैक कर रच दिया इतिहास

Success Story: राजस्थान के आकाश कुलहरि एक ऐसे आईपीएस ऑफिसर हैं, जिन्हें 10वीं में कम नंबर आने के कारण स्कूल से निकाल दिया गया था, लेकिन वो मेहनत और जुनून के बलबूते अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्रैक कर IPS बने.   

IPS आकाश कुलहरि सक्सेस स्टोरी
IPS आकाश कुलहरि सक्सेस स्टोरी
Deepa Mishra|Updated: Jun 20, 2025, 09:43 PM IST
Share

IPS Akash Kulhari Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है, जिसमें सफल होने वाले उम्मीदवार IAS, IPS, IRS, IFS, जैसे सरकारी ऑफिसर बनते हैं. हर साल तीन चरणों में आयोजित होने वाली यूपीएससी सीएसई की परीक्षा में लाखों कैंडिडेट्स प्रयास करते हैं, लेकिन कुछ ही अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल कर पाते हैं. ऐसे में चलिए हम आपको एक ऐसे यूपीएससी उम्मीदवार के बारे में बताते हैं, जिन्हें कभी कम नंबर आने के कारण स्कूल से निकाल दिया गया था, लेकिन उस छात्र ने असफलता को सफलता में ऐसे बदला कि उन्होंने पहले की प्रयास में यूपीएससी क्रैक किया और आईपीएस बने. चलिए हम आपको उनकी शानदार सफर के बारे में बताते हैं, जो हजारों उम्मीदवार के लिए प्रेरणा है. 

IPS आकाश कुलहरि
हम बात कर रहे हैं आईपीएस आकाश कुलहरि की, जो इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि असफलता मिलना जीवन का ही एक अध्याय है. इससे किसी व्यक्ति का जीवन समाप्त नहीं होता है. अगर कोई व्यक्ति जीवन में कुछ करने की ठान ले और उसके लिए ईमानदारी के साथ मेहनत करें, तो मुश्किल से मुश्किल सफलता को भी हासिल किया जा सकता है. आकाश मूल रूप से राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले हैं. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई वहीं से की हैं. आकाश को 10वीं की कक्षा में बहुत कम अंक आए थे, साल 1996 में उन्होंने 10वीं की परीक्षा सिर्फ 57% अंक हासिल किए थे. जिस कारण उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया था और इस वजह से उन्हें दूसरी स्कूल में एडमिशन के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी थी. 

12वीं में हासिल किए 85%
10वीं में मिली असफलता के बाद आकाश ने कड़ी मेहनत कर 12वीं में अपने आप को साबित किया. उन्होंने 12वीं बोर्ड परीक्षा में  85 प्रतिशत अंक हासिल किए और अपने बारे में बनी सभी धारणा को गलत साबित कर दिया. स्कूलिंग कंप्लीट करने के बाद आकाश ने साल 2001 में बीकानेर के ही एक कॉलेज से बी.कॉम (B.Com) की डिग्री हासिल की. फिर उन्होंने साल 2005 में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) से एम.कॉम (M.Com) किया. 

हजारों बच्चों के रोल मॉडल विकास दिव्यकीर्ति की क्या थी UPSC रैंक, कितनी की है पढ़ाई?

पहले अटेंप्ट में क्रैक की UPSC
आकाश ने एम.कॉम के दौरान ही ये निर्णय ले लिया था कि वो इसके बाद UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करेंगे. इसके लिए उन्होंने मास्टर्स की डिग्री हासिल करने के बाद ही तैयारी शुरू कर दी. साल 2006 में उन्होंने UPSC CSE का पहला अटेंप्ट दिया. अपनी लगन और खुद को साबित करने के जुनून के कारण उन्होंने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की. उन्होंने ऑल इंडिया रैंक (AIR) 253वीं हासिल की और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए चयनित हुए. 

बचपन से बुढ़ापे तक कितने किलो नाखून काट लेता है एक इंसान? जवाब जान चौंक जाएंगे आप

Read More
{}{}