What is Eco Tourism: आज के समय में जब लोग प्रकृति के करीब जाना चाहते हैं, पर्यावरण को बचाना चाहते हैं और साथ ही करियर की संभावनाएं तलाशते हैं, तो इको टूरिज्म एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरा है. इसे पारिस्थिति पर्यटन (Eco Tourism) भी कहा जाता है, जिसका मतलब एक ऐसी यात्रा से है, जो प्रकृति और स्थानीय संस्कृति का सम्मान करते हुए की जाती है. इसमें पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना उसका अनुभव लेना और स्थानीय लोगों की आजीविका में मदद करना शामिल होता है. चलिए जानते हैं कि इको टूरिज्म में करियर बनाने और आगे बढ़ने की क्या संभावनाएं हैं..
क्यों खास है इको टूरिज्म?
इको टूरिज्म का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, वन्यजीवों की सुरक्षा और स्थानीय समुदायों की भलाई है. यह सामान्य पर्यटन से अलग होता है, क्योंकि इसमें पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार व्यवहार को बढ़ावा दिया जाता है. यह न सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य को दिखाता है, बल्कि लोगों को प्रकृति की अहमियत भी समझाता है.
क्या होना चाहिए योग्यता?
जानकारी के मुताबिक इस फील्ड में करियर बनाने के लिए शैक्षिक योग्यता में आपके पास पर्यावरण विज्ञान, वन्यजीव विज्ञान, वानिकी, पारिस्थितिकी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री होना जरूरी होगा. इसके साथ ही कंप्यूटर ऑपरेट करना आना चाहिए, जिसमें बेसिक्स एमएस वर्ड, एमएस एक्सेल और एमएस पावरपॉइंट की नॉलेज, हिंदी और इंग्लिश में प्रवीणता होना चाहिए.
करियर अपॉर्चुनिटीज
इको टूरिज्म में करियर की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं. इसमें आप बतौर इको टूर गाइड, वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट, नेचर फोटोग्राफर, इको रिज़ॉर्ट मैनेजर या ट्रैवल कंसल्टेंट जैसे प्रोफेशन में काम कर सकते हैं. इसके लिए पर्यावरण विज्ञान, पर्यटन प्रबंधन, वाइल्डलाइफ स्टडीज़ जैसे क्षेत्रों में पढ़ाई की जा सकती है.
ग्रोथ की संभावनाएं
भारत जैसे देश में, जहां प्रकृति, जैव विविधता और सांस्कृतिक धरोहर की भरमार है, वहां इको टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं. सरकार और निजी क्षेत्र दोनों इस क्षेत्र को बढ़ावा दे रहे हैं. यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें पर्यावरण संरक्षण और रोजगार दोनों साथ-साथ चलते हैं.
इको टूरिज्म के सिद्धांत
इको टूरिज्म को सफल और टिकाऊ बनाने के लिए कुछ सिद्धांतों का पालन जरूरी है: