ChatGPT for College Notes: आज के डिजिटल युग में हर कोई किसी ना किसी सवाल के लिए एआई चैटजीपीटी का इस्तेमाल करता है. वर्तमान समय में चैटजीपीटी के जरिए लोगों को काफी मदद मिल जाती है. अब वो चाहे कोई स्टूडेंट हो या फिर कोई बच्चा, हर लोग अपने सवालों के जवाब के लिए चैटजीपीटी का यूज करते हैं.
ट्यूशन फीस 6.8 लाख रुपये
ऐसे में एक छात्रा ने टीचर के चैटजीपीटी द्वारा बना गए नोट्स देने पर भड़क गई. इतना ही नहीं छात्रा ने इसको लेकर शिकायत तक दर्ज करा दी और डिमांड किया है कि उसकी पूरी कॉलेज की फीस वापस की जाए. दरअसल, द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में एक छात्रा ने अपने प्रोफेसर पर एआई का यूज करके नोट्स बनाने का आरोप लगाया है. साथ ही अपनी ट्यूशन फीस 6.8 लाख रुपये वापस मांगी है.
छात्रा को ऐसे हुआ शक
रिपोर्ट के अनुसार, इस साल नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन कर रही, जिसक नाम एला स्टेपलटन है. उसने विश्वविद्यालय में शिकायत दर्ज कराई है. छात्रा को इस बात का संदेह तब हुआ जब उसने नोट्स में कई बार स्पेलिंग और टाइपिंग मिस्टेक देखी. साथ ही कई ऐसी फोटो जो सामान्य से अगल होती हैं. ऐसे में इस बारे में एला स्टेपलटन ने इस बात की जानकारी अपने दोस्त को दी और सारी चीजे उसे बताया. दोस्त ने नोट्स को देखने के बाद कहा कि हां..ये तो चैटजीपीटी के इस्तेमाल से बनाया गया है. स्टेपलटन ने कहा कि, हमें एआई का उपयोग न करने के लिए कहा जाता है, लेकिन ये खुद इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.
फीस की डिमांड हुई कैंसिल
हालांकि, इस मामले पर नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी ने मीटिंग करके स्टेपलटन के दावे को खारिज कर दिया. वहीं,नोट्स बनाने वाले प्रोफेसर रिक एरोवुड ने ये स्वीकार किया कि उन्होंने चैटजीपीटी एआई का इस्तेमाल किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मेरे अनुभव से लोग कुछ सीख सकते हैं..तो ठीक है ये मेरी लिए खुशी की बात है.
बता दें, नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी की एआई नीति के अनुसार, अगर कोई भी फैकल्टी या छात्र को नोट्स बनाने के लिए एआई सिस्टम का उपयोग करता है तो उसे एआई को श्रेय देना होगा.