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इंजीनियरिंग के साथ UPSC की तैयारी! तीन बार मिली असफलता, लेकिन चौथी बार में 145 रैंक के साथ पास की परीक्षा

UPSC Success Story: पढ़ें यूपीएससी परीक्षा में 145वीं रैंक हासिल करने वाली सृष्टि की सफलता की कहानी, जिन्हें पहले तीन बार में इस परीक्षा में असफलता मिली, लेकिन हार ना मानकर उन्होंने चौथी बार में अपने मंजिल को पा लिया.  

इंजीनियरिंग के साथ UPSC की तैयारी! तीन बार मिली असफलता, लेकिन चौथी बार में 145 रैंक के साथ पास की परीक्षा
Muskan Chaurasia|Updated: Apr 26, 2025, 04:14 PM IST
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Srishti UPSC Success Story: यूपीएससी परीक्षा 2024 का रिजल्ट जारी हो चुका है. वहीं, इस परीक्षा में हजार से अधिक कैंडिडेट्स ने सफलता हासिल की है. ऐसे में हम हर दिन आपके लिए यूपीएससी कैंडिडेट्स की सक्सेस स्टोरी लेकर आते हैं ताकि भविष्य में होने वाली इस परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी कुछ सीख सकें और मोटिवेट हो सकें. इस खबर में हम बात करने जा रहे हैं कि ऐसी टॉपर की सफलता की कहानी, जिसने तीन बार यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रयास किया था और तीनों ही बार असफल हुईं. हालांकि, चौथे प्रयास में उन्होंने एग्जाम क्लियर करके सफलता हासिल कर ही ली.   

हम बात कर रहे हैं पटना की रहने वाली सृष्टि की, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 145वीं रैक हासिल की है. कहते हैं कि कहते हैं सफलता उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है. ये पंक्तियां शायद सृष्टि जैसे तमाम कैंडिडेट्स के लिए पर सटीक बैठती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने अपने चौथे प्रयास में इस बड़ी सफलता को हासिल किया है. लगातार तीन प्रयासों में मिली असफलता ने उनके सपने को टूटने नहीं दिया.  

जानकारी के अनुसार, सृष्टि के पिता बिजनेसमैन हैं और मां गृहिणी. परिवार ने भी सृष्टि का कभी हिम्मत नहीं टूटने दिया. माता-पिता ने उनकी हमेशा हिम्मत बढ़ाई और आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट किया और यही वजह है कि आज सृष्टि ने कई प्रयासों के बाद अपने मंजिल को हासिल कर लिया है.

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सृष्टि स्कूल के टाइम से ही होनहार छात्रा रही हैं. उन्होंने 10वीं की परीक्षा में 10 सीजीपीए और 12वीं में 89 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे. स्कूल के बाद उन्होंने बीटेक बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में बीटेक कंप्लीट किया. ग्रेजुएशन बाद उन्होंने नौकरी की. हालांकि, नौकरी के साथ-साथ उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. सृष्टि की ये सफलता की कहानी साफ तौर पर हमें ये शिक्षा देती है कि हार मिलने पर निराश नहीं होना है बल्कि और मेहनत करनी है. 

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