Anushri Sachan Success Story: जो लोग JEE एडवांस्ड और UPSC CSE परीक्षाओं को पास करने का सपना देखते हैं, उनके लिए अनुश्री सचान की कहानी प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत है. इन परीक्षाओं के कठिन नेचर का सामना करते हुए, अनुश्री की जर्नी दृढ़ता और समर्पण की पावर दिखाती है. उन्होंने UPSC CSE में शानदार सफलता हासिल करने से पहले JEE एडवांस्ड में सफलता प्राप्त की.
कौन हैं अनुश्री सचान?
अनुश्री सचान (26) ने अपने चौथे प्रयास में AIR 220 के साथ परीक्षा पास की. IIT-बॉम्बे से केमिस्ट्री ग्रेजुएट, उन्होंने कक्षा 10 तक सिटी मोंटेसरी स्कूल, कानपुर रोड में पढ़ाई की, और कक्षा 12 जय पब्लिक स्कूल, कोटा से पूरी की.
अनुश्री का फैमिली बैकग्राउंड
अनुश्री के रास्ते में उनके घर से मिले मजबूत सपोर्ट का बहुत बड़ा योगदान था. उनके परिवार ने उन्हें एक ऐसा माहौल दिया जिसने उनकी एजुकेशनल एक्टिविटीज को बढ़ावा दिया. अनुश्री के पिता BSNL में डिविजनल इंजीनियर हैं और मां हाउस वाइफ हैं, उनके माता पित ने उन्हें पूरा सपोर्ट किया. अनुश्री के परिवार में एक छोटा भाई भी है, जो वर्तमान में IIT गुवाहाटी में बी.टेक कर रहा है.
JEE की तैयारी के लिए बदला शहर
मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली अनुश्री ने अपनी शुरुआती पढ़ाई वहीं से प्राप्त की. फोकस्ड तैयारी की जरूरत को पहचानते हुए, वह JEE परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा चली गईं. शहर के एजुकेशनल माहौल ने उन्हें बहुत प्रभावित किया. शुरुआत में, वह एक हॉस्टल में रहीं, लेकिन जल्द ही उनका परिवार उनके साथ कोटा आ गया, पहले उनके भाई और मां, और फिर उनके पिता भी आ गए.
चार बार असफल होने के बाद मिली सफलता
अनुश्री की एजुकेशनल उपलब्धियों में 2017 में JEE एडवांस्ड क्लियर करना और उसके बाद केमिस्ट्री में बैचलर ऑफ साइंस (BS) की डिग्री हासिल करना शामिल है. चार अटेंप्ट के बाद, सचान ने UPSC CSE 2024 में सफलता हासिल की. उन्होंने 2021 और 2023 में प्रीलिम्स क्लियर न कर पाने जैसी बाधाओं का सामना किया, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी. 2022 में, उन्होंने UPSC परीक्षा में 633वीं रैंक हासिल की. हालांकि, महत्वाकांक्षा से प्रेरित होकर, उन्होंने ऊंचा लक्ष्य रखा, और अपने परिवार के लगातार सपोर्ट से, उन्होंने 2024 की परीक्षा में अपनी रैंक को सुधारकर 220वीं कर लिया.
UPSC के लिए छोड़ी मोटी सैलरी वाली नौकरी
IIT से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अनुश्री सचान को जर्मनी के म्यूनिख की टेक्निकल यूनिवर्सिटी से रिसर्च का ऑफर मिला था, हालांकि COVID-19 महामारी के कारण वह इसे आगे नहीं बढ़ा सकीं. उन्हें IIT के बाद एक बैंक से नौकरी का ऑफर भी मिला, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया, क्योंकि उनकी महत्वाकांक्षा सिविल सेवाओं में थी.
उन्होंने UPSC परीक्षा की तैयारी कैसे की?
दो असफल प्रयासों के बाद, अनुश्री ने पिछले परीक्षा के सवालों की बड़े पैमाने पर प्रक्टिस करने पर फोकस किया. उन्होंने आंसर लिखने पर भी ध्यान दिया और टेस्ट सीरीज में हिस्सा लिया. एक इंटरव्यू में, उन्होंने अपनी बेहतर रैंक में प्रैक्टिस की अहम भूमिका पर जोर दिया, और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में अनुशासन को सबसे जरूरी कारक बताया. उन्होंने प्रेरणा कम होने पर भी लगातार पढ़ाई करने और रोजाना 10 घंटे का स्टडी शेड्यूल बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया.
अनुश्री को किस चीज ने फोकस्ड रखा?
एक इंटरव्यू के दौरान, अनुश्री ने साझा किया कि उन्हें किस चीज ने फोकस्ड रखा, उन्होंने कहा, "बैडमिंटन खेलने से मुझे स्ट्रेस दूर करने और फोक्स्ड रहने में मदद मिली. मेरी सफलता तीन मूल्यों पर बनी है: अनुशासन, धैर्य और निरंतरता."
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