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UPSC Success Story: दूसरों के घरों में करता था पुताई, डिलीवरी बॉय का किया काम, फिर UPSC क्रैक कर बन गया अफसर

Abin Gopi Success Story: केरल के अबिन गोपी ने उन हालातों में यूपीएससी क्रैक किया, जब उनके पिता की अचानक मृत्यु हो गई, मां और भाई की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई और काम करने के साथ-साथ पढ़ाई भी करनी पड़ी. 

UPSC Success Story: दूसरों के घरों में करता था पुताई, डिलीवरी बॉय का किया काम, फिर UPSC क्रैक कर बन गया अफसर
Deepa Mishra|Updated: Jul 01, 2025, 11:31 PM IST
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Abin Gopi UPSC Success Story: यूपीएससी देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है, जिसमें सफलता हासिल करने के लिए एक कैंडिडेट के अंदर ईमानदारी के साथ मेहनत करने की लगन और लक्ष्य को हासिल करने का जुनून होना बहुत जरूरी होता है. यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है, लेकिन इसमें सफलता हासिल करने वाले कुछ कैंडिडेट की कहानी सभी के लिए एक मिसाल बन जाती है. ऐसी ही संंघर्षों से भरी जर्नी है अबिन गोपी की. जिन्होंने कभी घर के हालातों और मजबूरी के कारण डिलीवरी बॉय और पेंटर के तौर पर काम किया, लेकिन मेहनत के दम पर हाथों की लकीर को बदल अफसर बन गए. 

अबिन गोपी
अबिन गोपी मूल रूर से केरल के रहने वाले हैं.  अबिन एक गरीब परिवार से आते हैं. उनके पिता नारियल के पेड़ पर चढ़कर नारियल तोड़कर पूरे परिवार का किसी तरह भरण-पोषण करते थे. शुरू से ही गोपी के परिवार की हालत कुछ खास नहीं थी, लेकिन उनके घर की हालत और भी बदतर उस दिन हो गई, जब उनके पिता की मृत्यु अचानक हो गई. मात्र 17 साल की उम्र में गोपी के सिर ने उनके पिता का साया उठ गया. घर की सारी जिम्मेदारियां उनके कंधों पर आ गई. 

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काम के साथ की पढ़ाई 
मां और भाई का सहारा बनने के लिए अबिन ने सालों काम के साथ किसी तरह अपनी पढ़ाई को जारी रखा. उन्होंने लोगों के घरों में पुताई, दुकान में काम, डिलीवरी ब्वॉय और यहां तक कि होटल में भी काम किया. अबिन के लिए काम करने के साथ-साथ पढ़ाई के लिए समय निकालना काफी मुश्किल था, लेकिन उन्होंने हौसला नहीं खोया. वो अपने साथ-साथ अपने परिवारिक हालात को सुधारना चाहते थे. इसलिए उन्होंने साल 2019 में काम छोड़ अपना फोकस सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई पर लगा दिया. यूपीएससी सिविल सर्विस की तैयारी के लिए अबिन दिन में 15-15 घंटे पढ़ाई किया करते थे. 

कईयों के लिए प्रेरणा 
अबिन के सालों की मेहनत और गरीबी से संघर्ष का परिणाम रहा कि उन्होंने साल 2021 में यूपीएससी में सफलता हासिल की. वो अच्छे अंक के साथ राजस्व विभाग में डिप्टी कलेक्टर के अटेंडेंट के पद के लिए सेलेक्ट हुए. अबिन के सफलता और संघर्ष की कहानी सभी के लिए एक प्रेरणा है, जो अपने जीवन में पढ़ाई के बलबूते सुधारना चाहते हैं. 

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