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UPSC Success Story: MBBS, शादी-बच्चे के बाद भी नहीं छोड़ा सपना, डॉक्टर प्रगति ने क्रैक किया UPSC, पाई 355वीं रैंक

Success Story: हरियाणा की डॉ. प्रगति वर्मा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता शादी, बच्चा और हॉस्पिटल में नौकरी करने के साथ हासिल किया. उन्होंने कोचिंग की जगह सेल्फ स्टडी पर फोकस किया. अभी वह अंबाला डिवीजन के कमिश्नर के OSD के पद पर हैं.  

UPSC Success Story: MBBS, शादी-बच्चे के बाद भी नहीं छोड़ा सपना, डॉक्टर प्रगति ने क्रैक किया UPSC, पाई 355वीं रैंक
Deepa Mishra|Updated: Jun 22, 2025, 09:15 PM IST
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Pragati Verma Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. हर साल आयोजित होने वाली इस परीक्षा में लाखों कैंडिडेट्स प्रयास करते हैं, लेकिन कुछ के हाथ की सफलता लगती है. यूपीएससी सीएसई की परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए उम्मीदवार को सही रणनीति, ईमानदारी के साथ मेहनत और संयम रखने की जरूरत होती है. ऐसे में चलिए हम आपको एक ऐसी यूपीएससी कैंडिडेट की जर्नी के बारे में बताते हैं, जिन्होंने शादी, बच्चा, हॉस्पिटल में नौकरी करने के दौरान यूपीएससी क्लियर करने का फैसला लिया और इसे कर के भी दिखाया. आइए हम आपको उनकी प्रेरणादायक सफर के बारे में बताते हैं.

डॉ. प्रगति वर्मा
हम बात कर रहे हैं डॉ. प्रगति वर्मा की, जो मूल रूप से हरियाणा के रोहतक जिले के महम की रहने वाली हैं. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई महम से ही पूरी की है. स्कूलिंक कंप्लीट करने के बाद उन्होंने MBBS  पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PGIMS) रोहतक से की. इसके बाद उन्होंने एमडी रेडियोडायग्नोसिस (MD Radiodiagnosis) में पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) चंडीगढ़ से की. पढ़ाई के बाद उन्होंने 1 साल तक AIIMS दिल्ली और PGIMER चंडीगढ़ में सीनियर रेजिडेंट के तौर पर काम किया. इसके बाद उनकी शादी डॉ. अतुल वर्मा से हो गई और अभी उनका एक बेटा भी है, जिसका नाम राजवर्धन वर्मा है.

दूसरे अटेंप्ट में हासिल की 740वीं रैंक
शादी और बेटे के बाद डॉ. प्रगति वर्मा हरियाणा के कुरुक्षेत्र के प्राइवेट और कॉर्पोरेट अस्पतालों में रेडियोलॉजी कंसल्टेंट के रूप में काम करने लगी. उसी समय उन्होंने यूपीएससी सीएसई की तैयारी करने का फैसला लिया.  वो हॉस्पिटल में नौकरी करने के साथ यूपीएससी की तैयारी करने लही. प्रगति ने साल 2021 में यूपीएससी का पहला अटेंप्ट दिया, लेकिन पहले प्रयास में वो प्रीलिम्स क्लियर नहीं कर सकी. इसके बाद उन्होंने साल 2022 में दूसरा अटेंप्ट दिया. अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने 740वीं रैंक हासिल की, जिसके बाद उन्हें DANICS कैडर मिला. बता दें, प्रगति ने यूपीएससी की तैयारी सेल्प स्टडी के बलबूते की. 

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अंबाला डिवीजन के कमिश्नर की OSD
प्रगति की इच्छा IAS बनने का था, इसके लिए उन्होंने तीसरी बार यूपीएससी देने का निर्णय लिया. उन्होंने यूपीएससी सीएसई 2023 की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 355वीं हासिल की थी. इसके बाद उन्होंने हरियाणा सिविल सेवा (HCS) का भी एग्जाम दिया. उसमें उन्होंने पूरे राज्य में दूसरे स्थान हासिल किया. मौजूदा समय में वो अंबाला डिवीजन के कमिश्नर के OSD के पद पर तैनात हैं. बता दें, डॉ. प्रगति वर्मा के पिता शिक्षक हैं और मां स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं. वहीं, इनके ससुर एक रिटायर्ड IAS ऑफिसर हैं. 

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