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UPSC Success Story: सेल्फ स्टडी के बलबूते IAS सलोनी वर्मा ने UPSC में गाड़ा झंडा, हासिल की AIR 70वीं, जानिए क्या थी स्ट्रैटेजी

Success Story: यूपीएससी सीएसई की परीक्षा में आईएएस सलोनी वर्मा ने बगैर कोचिंग सेल्फ स्टडी के बलबूते न सिर्फ सफलता हासिल की. बल्कि, ऑल इंडिया रैंक 70वीं भी हासिल किया. चलिए हम आपको उनकी स्ट्रैटेजी के बारे में बताते हैं. 

UPSC Success Story: सेल्फ स्टडी के बलबूते IAS सलोनी वर्मा ने UPSC में गाड़ा झंडा, हासिल की AIR 70वीं, जानिए क्या थी स्ट्रैटेजी
Deepa Mishra|Updated: Jun 23, 2025, 11:50 PM IST
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IAS Sonali Verma Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है, जिसमें सफलता हासिल करने के लिए एक कैंडिडेट् के अंदर जुनून के साथ संयम का होना बहुत जरूरी होता है. हर साल आयोजित होने वाली यूपीएससी सीएसई की परीक्षा में लाखों कैंडिडेट्स प्रयास करते हैं, लेकिन कुछ ही अपने पहले अटेंप्ट में इसे क्रैक कर पाते हैं, क्योंकि इसमें सफलता हासिल करने के लिए उम्मीदवार को सही रणनीति के साथ तैयारी करने की जरूरत होती है. जिसके लिए ज्यादातर उम्मीदवार कोचिंग का सहारा लेते हैं. ऐसे में चलिए हम आपको एक ऐसे यूपीएससी उम्मीदवार के बारे में बताते हैं, जिन्होंने बगैर किसी कोचिंग सेल्फ स्टडी के बलबूते न सिर्फ यूपीएससी में सफलता हासिल की बल्कि, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के प्रतिष्ठित पद पर नियुक्त हुई. आइए उनकी प्रेरणादायक जर्नी और स्ट्रैटेजी के बारे में बताते हैं. 

IAS सलोनी वर्मा
हम बात कर रहे हैं आईएएस सलोनी वर्मा की, जो मूल रूप से झारखंड के जमशेदपुर की रहने वाली हैं. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई देश की राजधानी दिल्ली में रहकर पूरी की है. सोनाली बचपन से ही पढ़ने-लिखने में काफी लगनशील और होशियार थी. उन्होंने 10वीं, 12वीं और ग्रेजुएशन तीनों ही दिल्ली से किया और सभी में उन्होंने काफी अच्छे अंक हासिल किए. ग्रेजुएशन के तुरंत बाद सलोनी ने यूपीएससी सीएसई की तैयारी करने का मन बनाया. इसके लिए उन्होंने कोचिंग में मोटी रकम देने के बजाय खुद से तैयारी करने का फैसला लिया. 

पहले अटेंप्ट में रही असफल 
यूपीएससी की तैयारी के लिए सोनाली वर्मा ने सही रणनीति के साथ पढ़ाई शुरू की. उन्होंने सही से सिलेबस को समझने के साथ शेड्यूल बनाया और टाइम मैनेजमेंट पर खासा ध्यान दिया कि उन्हें कब क्या पढ़ना है. सोनाली ने पढ़ाई के साथ नियमित रूप से रिवीजन और लिखने का अभ्यास भी किया. उन्होंने चीजों को याद करने से ज्यादा समझने की कोशश की.  इसी तरह वो हर दिन यूपीएससी की तैयारी के लिए दिन-रात मेहनत किया करती थी. हालांकि, पहले अटेंप्ट में सोनाली यूपीएससी क्रैक नहीं कर पाई, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दूसरी बार प्रयास करने का फैसला लिया. 

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दूसरे अटेंप्ट में हासिल की सफलता 
अपने दूसरे अटेंप्ट के लिए सोनाली पहले से भी ज्यादा मेहनत करने लगी. इसी का परिणाम रहा कि उन्हें UPSC CSE 2020 की परीक्षा में सफलता मिली. सोनाली ने यूपीएससी के दूसरे अटेंप्ट में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 70वीं हासिल किया और उनका चयन IAS के लिए हुआ. सोनाली की सफलता उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है, जो कोचिंग में भारी भरकम रकम नहीं दे सकते और खुद के बलबूते सफलता हासिल करना चाहते हैं. 

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