IPS Srishti Gupta Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सर्विस परीक्षा देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा है. हर साल आयोजित होने वाली इस परीक्षा में लाखों कैंडिडेट प्रयास करते हैं, लेकिन कुछ ही सफलता हासिल कर पाते हैं. यूपीएससी सीएसई की परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है. जिसमें- प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू शामिल होता है. तीनों चरणों में सफलता हासिल करने वाले कैंडिडेट ही आगे चलकर सरकारी अधिकारी बनते हैं. हालांकि, ये परीक्षा इतनी कठिन होती है कि पहले प्रयास में इसे अधिकांश उम्मीदवार क्रैक नहीं कर पाते हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि पहले अटेंप्ट में क्रैंक नहीं किया जा सकता है. अगर उम्मीदवार पूरी लगन, मेहनत और सही रणनीति बनाकर तैयारी करें, तो पहले प्रयास में भी यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा में सफलता हासिल की जा सकती है. ऐसे में चलिए हम आपको एक ऐसी यूपीएससी कैंडिडेट के बारे में बताते हैं, जिन्होंने काफी धैर्य बनाए हुए 5 सालों तक यूपीएससी सिविल सेवा की तैयारी की और उसके बाद सफलता हासिल की. उनकी कामयाबी सभी के लिए मेहनत और संयम का उदाहरण है.
IPS सृष्टि गुप्ता
हम बात कर रहे हैं आईपीएस सृष्टि गुप्ता की, जो यूपीएससी की तैयारी करने से पहले एक निजी कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर काम किया करती थी. सृष्टि मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली है. उन्होंने अपनी स्कूलिंग भी दिल्ली में ही किया है. साल 1999-2012 तक सृष्टि ने दिल्ली के वसंत कुंज में स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की है. स्कूलिंग कंप्लीट करने के बाद उन्होंने जेईई परीक्षा पास कर इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लिया. उन्होंने 2012-2016 के बीच दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया.
सिविल इंजीनियर हैं सृष्टि
सृष्टि पढ़ने-लिखने में काफी होशियार थी, उन्होंने इंजीनियरिंग के सभी सेमेस्टर में डिस्टिंक्शन के साथ फर्स्ट ग्रेड हासिल किया था. अपने स्कूल और कॉलेज के दौरान वो कई मेडल और पुरस्कार भी जीत चुकी थी. साल 2011 में उन्हें दिल्ली पब्लिक स्कूल में गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया था. इसके बाद साल 2012 में उन्हें ओपी जिंदल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट स्कॉलरशिप (OPJEMS) अवॉर्ड प्राप्त हुआ था. सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने नोएडा की एक निजी कंपनी में इंटर्नशिप किया. इसके बाद दिल्ली स्थित Sima Labs में 7 महीने तक प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर नौकरी किया.
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5 सालों के बाद मिली सफलता
इसके बाद सृष्टि ने नौकरी छोड़ सिविल सेवा की तैयारी खा निर्णय लिया. हालांकि, उनका यूपीएससी का सफर काफी चुनौतीपूर्ण और लंबा रहा. पांच सालों की कड़ी मेहनत और संयम के बाद सृष्टि ने साल 2020 में UPSC CSE की परीक्षा में सफलता हासिल किया. उन्होंने ऑल इंडिया रैंक (AIR) 171वीं हासिल कर आईपीएस अफसर बनीं. उनकी पोस्टिंग हरियाणा के यमुनानगर में एएसपी के पद पर हुआ. बता दें, सृष्टि गुप्ता हरियाणा कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं. हाल ही में उन्होंने पंचकूला की डीएसपी के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभाली है.
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