Shreyans Gomes UPSC Success Story: कहते है न मेहनत वह दीपक है, जो अंधेरे में भी हमें अपने प्रकाश के बल पर सफलता का मार्ग दिखाता है और अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए हमें यही दीपक शक्ति प्रदान करता है. कुछ ऐसी ही सफलता की कहानी है कर्नाटक के श्रेयांस गोम्स (Shreyans Gomes) की, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बलबूते देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी सिलिव सर्विस में सफलता हासिल की और परिवार सहित क्षेत्र का नाम रोशन किया. चलिए हम आपको उनकी स्ट्रेटजी और संघर्षों से भरी जर्नी के बारे में बताते हैं.
श्रेयांस गोम्स
श्रेयांस गोम्स मूल रूप से के कर्नाटक के उडुपी के उत्तर कन्नड़ जिले के मुरुदेश्वर के रहने वाले हैं. उनके पिता कोंकण रेलवे में एक स्टेशन मास्टर हैं और मां गृहिणी हैं. श्रेयांस का छोटा भाई श्रेयिथ अभी पढ़ाई कर रहा है. श्रेयांस ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कर्नाटक से ही पूरी की है. उसके बाद उन्होंने बेंगलुरु से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. इंजीनियरिंग के बाद श्रेयांस का रुझान सिविल सेवा की ओर बढ़ा और उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला लिया.
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तीसरे अटेंप्ट में हासिल की सफलता
श्रेयांस ने यूपीएससी की तैयारी बिना किसी कोचिंग सेल्फ स्टडी और ऑनलाइन क्लास के बलबूते हासिल की. हालांकि, अपने पहले दो प्रयास में वो सफल नहीं हो पाए, लेकिन उन्होंने धैर्य और हौसला नहीं खोया और तीसरी बार अटेंप्ट देने का फैसला लिया. अपने तीसरे प्रयास के लिए श्रेयस पहले से भी ज्यादा फोकस्ड हो गए. उन्होंने सही रणनीति से तैयारी की. इसी का परिणाम रहा कि 26 वर्षीय श्रेयांस गोम्स ने अपने तीसरे अटेंप्ट में UPSC CSE 2025 की परीक्षा में ऑल इंडिया 72वीं रैंक हासिल की.
श्रेयांस स्ट्राटेजी
श्रेयांस ने यूपीएससी की तैयारी करने वाले कैंडिडेट्स को सलाह दी कि सफलता हासिल करने के लिए स्मार्ट तरीके से पढ़ाई करना बेहद जरूरी है. उन्हें यूपीएससी क्रैक करने के लिए सेल्फ स्टडी पर फोकस करना चाहिए. असफलता मिलने के बाद भी आत्मविश्वास और संयम नहीं खोना चाहिए और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निरंतर मेहनत करते रहना चाहिए.
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