Vikas Divyakirti Educational Qualification: हजारों छात्रों को यूपीएससी की तैयारी कराने वाले डॉ. विकास दिव्यकीर्ति देश के नामी और प्रतिष्ठित व्यक्तित्व में से एक हैं. आज के समय में यूपीएससी सिविल सेवा की तैयारी करने वाले शायद ही कोई ऐसे कैंडिडेट हो जो विकास दिव्यकीर्ति को नहीं जानते होंगे. विकास दिव्यकीर्ति देश के हजारों बच्चों के लिए एक रोल मॉडल हैं, जो एक समय में खुद भी IAS थे, लेकिन कुछ सालों के बाद उन्होंने आईएएस की नौकरी छोड़ दी. अब वह दृष्टि आईएएस (Drishti IAS) कोचिंग संस्थान के संस्थापक और शिक्षक हैं. चलिए हम आपको उनकी यूपीएससी जर्नी और एजुकेशन क्वालिफिकेशन के बारे में बताते हैं.
UPSC रैंक
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है, जिसे पहले अटेंप्ट में क्रैक करना काफी मुश्किल होता है, लेकिन विकास दिव्यकीर्ति ने साल 1996 में UPSC CSE की परीक्षा में अपने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की. उन्होंने ऑल इंडिया 384वां रैंक हासिल किया था. जिसमें उनका चयन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के लिए हुआ, कुछ समय तक उन्होंने गृह मंत्रालय में काम किया. इसके बाद उन्होंने IAS की नौकरी छोड़ दी.
दृष्टि IAS कोचिंग
विकास दिव्यकीर्ति का मन शिक्षा के क्षेत्र में ज्यादा लगता था, इसलिए उन्होंने IAS की नौकरी छोड़कर 1999 में Drishti IAS की स्थापना की. आज के समय में विकास दिव्यकीर्ति यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा हैं. उनकी गिनती भारत के सबसे प्रसिद्ध और सफल UPSC शिक्षक और मोटिवेशनल स्पीकर में होती है.
GK Quiz: वह कौन सा देश है, जहां की लड़की से शादी करने पर आपको सरकारी नौकरी मिलती है?
परिवार
विकास दिव्यकीर्ति मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले के निवासी हैं. उनका जन्म 26 दिसंबर, 1973 को हुआ था. उनके पिता हिंदी साहित्य के प्रोफेसर थे और माता शिक्षिका थी. विकास दिव्यकीर्ति तीन भाई हैं, ये सबसे छोटे हैं. उनके एक भाई अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और दूसरे CBI में DIG हैं. वहीं, उनकी पत्नी का नाम डॉ. तरुणा वर्मा हैं, जो दृष्टि- द विजन की एमडी हैं और बेटे का नाम सात्विक दिव्यकीर्ति है.
एजुकेशनल क्वालिफिकेशन
विकास दिव्यकीर्ति ने दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है. इसके बाद उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, समाजशास्त्र, दर्शनशास्त्र में की. मास्टर्स की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने हिंदी साहित्य में MPhil और PhD की. बता दें, उन्होंने UGC-NET/JRF भी पास किया है.
परीक्षा में चाहिए सबसे अच्छे मार्क्स तो ऐसे करें रिवीजन, इन बातों का रखें ध्यान